दिल्ली में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच मोदी सरकार ने श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान कर दिया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन किया गया है |
इस ऐलान पर कांग्रेस ने सवाल उठाए है , इसे कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव से जोड़ा है | कांग्रेस ने सवाल करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव से ठीक पहले की राम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान क्यों किया है?
कांग्रेस के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रस्ट की घोषणा पर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘इस घोषणा से बीजेपी की कमजोरी उजागर हुई है. मुझे यकीन है कि इस घोषणा ने यह सुनिश्चित किया है कि दिल्ली चुनाव को ध्यान में रखते हुए कि यह मतदाताओं को प्रभावित करे.|
ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी रैली में घोषणा नहीं कर सकते थे इसलिए इसे संसद में रखा. प्रधानमंत्री को आदर्श आचार संहिता की भावना को ध्यान में रखना चाहिए |
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद में कहा कि सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का गठन किया है | राम मंदिर को पीएम ने दिल के करीब बताया और ये भी कहा कि मंदिर निर्माण का सपना जल्द पूरा होने वाला है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने आज ही ट्रस्ट को मंजूरी दी और ट्रस्ट का नाम श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र तय किया है |
शिवसेना ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान राम के मंदिर के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के लिए उनका कोटि-कोटि अभिनन्दन करता हूं. आज का यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है |