जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार को हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पूरे देश ने जेएनयू के परिसर में कल कथित सरकार प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को देखा।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुआ, जो सीधे गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है। छात्रों और विश्वविद्यालयों पर हिंसा पूरे देश में फैली हुई है। जेएनयू में हिंसा 90 साल पहले नाजी शासन की याद दिलाती है।
सुरजेवाला ने इस दौरान कहा कि देश में लोकतंत्र और कानून का राज नहीं बचा है। सरकार को परिसरों में प्रायोजित हिंसा को रोकना चाहिए। आप देश के युवाओं की आवाज क्यों दबाने की कोशिश कर रहे हैं। जितना अधिक आप युवाओं की आवाज को दबाएंगे, उतनी ही अधिक उनकी आवाज बुलंद होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जेएनयू हिंसा की न्यायिक जांच चाहती है। इसी बीच मामला दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच अब इस मामले की जांच करेगी।
इससे पहले सुरजेवाला ने ट्वीट करके सवाल उठाते हुए कहा कि जेएनयू कैंपस में हमला पहले से सुनयोजित था। हमले में जेएनयू प्रशासन का समर्थन था। दिल्ली पुलिस मूक दर्शक बनी रही जब शिक्षकों और छात्रों की पिटाई हुई। रविवार को इस घटना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला था। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर के सरकार पर निशाना साधा। वहीं प्रियंका गांधी एम्स पहुंचकर घायल छात्रों से मिलीं।
गौरतलब है कि रविवार रात को जेएनयू कैंपस में लाठी-डंडे के साथ कुछ नकाबपोश लोग घुसे। उन्होंने वहां छात्रों और शिक्षकों के साथ मारपीट की। उन्होंने संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। हालात से निपटने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को कैंपस में पुलिस को बुलाना पड़ा। इस दौरान 25 से ज्यादा छात्र घायल हो गए।