केंद्रीय गृहमंत्री के नेतृत्व में असफल हो चुकी है दिल्ली पुलिस, दिल्ली में लगातार बढ़ रही महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं: आप
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में महिलाओं के साथ लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं पर केंद्र सरकार की दिल्ली पुलिस को आड़े हाथ लिया। ‘आप’ विधायक एवं वरिष्ठ नेता राखी बिड़लान ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस बिल्कुल असफल हो चुकी है। दिल्ली में लगातार महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। पिछले एक महीने में 4 से 5 रेप की बड़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं और भाजपा की दिल्ली पुलिस गंभीर कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ लीपापोती कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि अगर आप के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस बिल्कुल असफल हो चुकी है, तो दिल्ली सरकार को दे दीजिए। हम दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने मांग कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनैतिक यात्राएं छोड़ पुलिस कमिश्नर के साथ दिल्ली की कानून व्यवस्था की समीक्षा करें और हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं।
वहीं, ‘आप’ विधायक वंदना कुमारी ने कहा कि भाजपा की दिल्ली पुलिस के राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और आज दिल्ली की आधी आबादी डर के माहौल में जी रही है। जिस तरह दिल्ली सरकार सीसीटीवी और मार्शल लगाने समेत अन्य कदम उठाकर महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित कर रही है। उसी तरह हम दिल्ली पुलिस के साथ भी मिलकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए अच्छे से काम कर सकते हैं।
आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान और विधायक वंदना कुमारी ने आज पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि दिल्ली के संगम विहार में जिस तरह से एक 21 वर्षीय बच्ची के साथ बर्बरता पूर्वक बलात्कार की घटना को अंजाम देते हुए उसकी हत्या की गई है और पुलिस का जिस प्रकार से रवैया देखने को मिल रहा रहा है, यह बेहद शर्मनाक है और बेहद दर्दनाक है। अगर हम बीते एक महीने की बात करें, तो देश की राजधानी में 4 से 5 बड़ी घटनाएं बलात्कार की सामने आई है। एक अगस्त को नंगली गांव की घटना घटी, उसके बाद त्रिलोकपुरी में छह साल की मासूम बच्ची के साथ यह घिनौनी अपराध की घटना सामने आई। नरेला की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई और आज यह 21 साल की जो बच्ची है, इसके साथ इस प्रकार से गैंगरेप कर हत्या कर देना और पुलिस का रवैया इस प्रकार का है कि वह अपना पल्ला झाड़ती नजर आ रही है। अभी तक पुलिस ने न तो गंभीर मुकदमें दर्ज किए हैं, सिर्फ लीपापोती कर रही है, यह बेहद शर्मनाक और बेहद दुखद है। दिल्ली की जो आधी आबादी है, इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पूर्ण रूप से केंद्र सरकार के आधीन आती है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पता नहीं किन कार्यों में व्यस्त हैं और पता नहीं कहां पर अपनी राजनैतिक गोटियां फिट करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं देश के गृहमंत्री अमित शाह से यह कहना चाहती हूँ कि मैं दिल्ली में एक प्रतिनिधि होने के साथ साथ दिल्ली की बेटी भी हूँ और एक महिला भी हूँ। दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था आपके आधीन है। दिल्ली पुलिस आपके आधीन आती है। दिल्ली पुलिस की दिन प्रतिदिन लापरवाही और महिलाओं पर लगातार हो रहे अत्याचार इस बात की ओर इशारा करता है और इस बात का सबूत है कि दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा करना दिल्ली पुलिस के वश की नहीं है। मुझे लगता है कि अब केंद्रीय गृह मंत्रालय के वश में भी हमारी दिल्ली की बहन बेटियों को सुरक्षा सुनिश्चित करना नहीं रह गया है। उनकी इज्जत को बचाना या फिर उनके लिए ऐसा माहौल बनाना कि देर सबेर वो अपने घर से निकल सकें, अपनी नौकरी पर, अपने स्कूल कालेज में या कहीं पर भी वो खुले दिमाग से या निडरता के साथ जा सकें।
विधायक राखी बिड़लान ने केंद्र सरकार और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से निवेदन करते हुए कहा कि अगर आप से दिल्ली की बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती है, अगर आप दिल्ली की आधी आबादी को सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं और अगर दिल्ली पुलिस आपके नेतृत्व में बिल्कुल असफल हो चुकी है तो आप इस दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार को सौंप दीजिए। आप अगर दिल्ली पुलिस को उनकी जिम्मेदारी का एहसास नहीं करा पा रहे हैं और दिल्ली पुलिस हमारी बहन- बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करा पा रही है, तो हम दिल्ली की सरकार में बैठे हुए इस बात की जिम्मेदारी लेते हैं कि आप दिल्ली पुलिस को हमें सौंप दीजिए, हम दिल्ली पुलिस के माध्यम से अपनी इस आधी आबादी को सुरक्षा भी देंगे और उन्हें इस बात का अहसास भी दिलाएंगे और ऐसा वातावरण दिल्ली के अंदर बनाएंगे कि हमारी चाहे छोटी बेटियां हो, युवा महिलाएं हों या फिर बुजुर्ग महिलाएं हों, सब लोग जहां पर भी हैं, चाहे वह कार्यस्थल पर हैं, चाहे वह अपने घर में हैं, चाहे पार्क में हैं, मार्केट में है, सब लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी। मैं गृहमंत्री से इस बात का भी निवेदन करती हूँ कि आप इधर-उधर की बातें छोड़ कर, अपने राजनैतिक यात्राएं छोड़कर कम से कम एक बार दिल्ली की स्थिति और परिस्थिति पर पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक कर इसका मुआयना करें और हमारी बेटियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जो भी महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो भी महत्वपूर्ण कदम है, वह आप जरूर उठाएं, क्योंकि दिल्ली की आधी आबादी आए दिन किसी न किसी घटना का शिकार हो रही है और यह बहुत ही शर्मनाक है और बहुत ही चिंताजनक बात है।
उन्होंने कहा कि मैं बार-बार इस बात को कह रही हूँ। अगर आपसे दिल्ली की बेटियों की सुरक्षा नहीं हो पा रही है, अगर आपसे दिल्ली पुलिस नियंत्रित नहीं हो पा रही है और अगर आप दिल्ली की कानून व्यवस्था की स्थिति को नहीं संभाल पा रहे हैं, तो एक बेटी होने के नाते आपसे मेरा निवेदन है कि आप दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार को सौंप दीजिए। मुझे विश्वास है कि दिल्ली सरकार महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जिस प्रकार से कैमरे लगा रही है, मार्शल तैनात कर रही है, उसी प्रकार से दिल्ली पुलिस अगर हमारे अधीन आती है, तो हम अपनी बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित भी करेंगे और उन्हें ऐसा वातावरण व माहौल देंगे कि वो निर्भय होकर बिल्कुल एक अच्छी सोच और एक मजबूती के साथ अपना जीवन यापन कर सकें।
वहीं, आम आदमी पार्टी की शालीमार बाग से विधायक वंदना कुमारी ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली की पूरी आधी आबादी आज डर के माहौल में जी रही है। घर से निकलते ही उन्हें लगता है कि हमारे साथ क्या हो जाएगा? माँ जो घर पर रहती है, वह परेशान रहती है कि हमारी बेटी बाहर जा रही है तो वह सुरक्षित घर आएगी की नहीं। आज दिल्ली की कानून व्यवस्था बहुत ही चरमरा गई है। हम लोग पिछले तीन महीने से बहुत ही करीब से यह देख रहे हैं कि महिलाओं के साथ किस किस तरह की बर्बरता हो रही है और किस तरह की घटना हम सब के सामने आ रही है। मैं आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यही निवेदन करना चाहती हूं कि दिल्ली की कानून व्यवस्था को करीब से देखें और दिल्ली पुलिस को किस तरह से काम करना चाहिए और किस तरह से व्यवस्था बनानी चाहिए, इसके लिए पुरजोर मेहनत करें। साथ ही पुलिस को पावर दें और सारी पावर अपने हाथ में न रखें। अगर दिल्ली पुलिस उनसे नहीं संभलती है, तो दिल्ली सरकार को दिल्ली पुलिस दे दें, ताकि जिस तरह से दिल्ली सरकार जहां तक संभव है, सीसीटीवी और मार्शल के माध्यम के अलावा और भी सारी व्यवस्था बनाकर दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रही है, उसी तरह से हम दिल्ली पुलिस के साथ भी मिलकर दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर सकते हैं ताकि हमारी बहन बेटियां महफूज रहें और वो अमन चैन की जिंदगी जी सकें।