दिल्ली में शराब पर मिल रही 35 फीसदी तक की छुट, दुकानों पर लगी भीड़ को काबू करने पंहुची पुलिस
टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली, (13/02/22): राजधानी दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने का असर शनिवार को शराब की दुकानों पर देखने को मिला। शराब बिक्री करने वालों को यह छूट मिली है कि वह अपने स्टॉक की कीमत तय कर सकते हैं। यानी एमआरपी से कम रेट पर भी शराब की बिक्री कर सकते हैं। ऐसे में कई बिक्रेता 30-50 प्रतिशत की छूट शराब पर दे रहे हैं। इसका पता चलते ही शराब केंद्रों पर भीड़ उमड़ पड़ी।
बढ़ते भीड़ को देखते हुए शराब कि दुकानों पर पुलिस प्रशासन को इस भीड़ को नियंत्रित करते कई जगह दिखे। भीड़ को देखते हुए कई जगह पुलिस ने दुकान भी बंद करवाना पड़ा। ना सिर्फ भारतीय ब्रांड बल्कि विदेशी व आयातीत शराब पर भी छूट दी जा रही है। कई दुकानदार तो बाहर ही रेट लिस्ट चिपकाए हुए है। साथ ही एक बॉटल पर एक मुफ्त, एक पेटी पर दो बॉटल मुफ्त समेत कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं।
आपको बतादें कि 28 फरवरी तक शराब के केंद्रों पर यह छूट जारी रहेगी। क्योंकि नये वित्तीय वर्ष में फरवरी से मार्च तक स्टॉक खत्म करने की चुनौती है। शराब केंद्र का रिन्यूअल भी होना है। इस वजह से छूट दी जा रही है। मुखर्जी नगर स्थित एक शराब के दुकानदार का कहना है कि कई ऐसे ब्रांड भी आ गए हैं जिसकी सेल ज्यादा नहीं है। ऐसे में स्टॉक खत्म करना भी जरूरी है। इसी तरह एनसीआर के अन्य शहरों के रेट से भी मुकाबला करना है।
पिछले साल 17 नवंबर से लागू हुई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब की रिटेल बिक्री पर छूट दिया जा सकता है। इसके पहले जो रेट सरकार तय करती थी, उसी पर शराब की बिक्री दुकानदारों को करनी होती थी। नई आबकारी नीति में यह भी प्रावधान है कि सड़क पर लाइन लगा कर लोग शराब नहीं खरीदेंगे। 500 वर्गमीटर में दुकान खुलेंगे और अपने मनपसंद ब्रांड लोग चुनकर खरीद सकेंगे।
दिल्ली के इलाकों में शराब की दुकानों ने कुछ खास ब्रांड्स पर 35 फीसदी तक की छूट देने की घोषणा की थी। शराब की दुकान पर उमड़ी भीड़ पर पूर्वी दिल्ली में शराब की दुकान के एक कर्मचारी ने कहा कि शराब की दुकानों को मार्च के अंत तक अपना स्टॉक खत्म करना होगा क्योंकि नए वित्तीय वर्ष में लाइसेंस का नवीनीकरण किया जाएगा।
शराब ठेका संचालकों को विदेशी यानी आयातित ब्रांड पर सबसे ज्यादा मुनाफा होता है। महंगी शराब पर मुनाफा भी अच्छा खासा होता है। इसलिए उस पर छूट देने में कोई परेशानी नहीं होती है। इसलिए विदेशी मदिरा पर कुछ शराब की दुकानों पर 35 फीसदी तक की छूट दी गई।