नई दिल्ली :– साउथ वेस्ट पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है , जो फ़र्ज़ी सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों के साथ धोखाधड़ी किया करते थे। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है , फिलहाल आरोपियों से पूछताछ चल रही है।
पुलिस की मानें तो राजस्थान के रहने वाले एक शख्स जफरुद्दीन ने पुलिस को शिकायत दी कि वह भरतपुर से दिल्ली आ आए थे , तभी कुछ फ़र्ज़ी सीबीआई अधिकारी पीड़ित के पास आए , साथ ही पूछताछ करने लगें, पूछताछ पूरी करने के बाद पीड़ित को जाने दिया।
वही थोड़ी देर बाद जब पीड़ित ने अपना बैग चेक किया तो हैरान गया , क्योंकि उसके बाद रखें 50 हज़ार रुपये गायब हो गए थे , जिसके बाद पीड़ित ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी ।
पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू की।इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद तो ली ही साथ ही साथ तमाम सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने का काम शुरू किया गया। पुलिस को उस ऑटो का नम्बर मिल गया जिसमें शिकायतकर्ता सवार हुआ था।
पुलिस ने ऑटो मालिक का पता किया. जब मालिक से पूछताछ की गई तो उसने बताया की साल 2018 में उसने ये ऑटो बेच दिया था. अब पुलिस ने उस शख्स की तलाश शुरू की जो ऑटो चला रहा था।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आजकल रितेश नाम का एक शख्स उस ऑटो को चला रहा है पुलिस ने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके से रितेश को गिरफ्तार कर लिया पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया और बताया कि उसने अपने दो साथी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
जो खुद को सीबीआई का अधिकारी बताता था , इसकी निशानदेही पर पुलिस ने नकली सीबीआई अधिकारी संजीव गिल को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इनके तीसरे साथी अशोक की तलाश कर रही है। अब पुलिस इनसे ये पता करने में जुटी है कि इससे पहले ये गैंग और कितने लोगों को अपना शिकार बना चुका है।