नोएडा एयरपोर्ट: जानें कैसे डॉ महेश शर्मा के भागीरथी प्रयास से हवाईपट्टी के सपने को मिले पँख
आशीष केडिया
Noida: नीति, नियत, विकास के मंत्र को अपने जीवन का लक्ष्य बना आगे बढ़ते नोएडा सांसद डॉ महेश शर्मा के लिए कल का दिन किसी बड़े सुखद अवसर से कम नहीं है। क्यूंकि कल ही के दिन उनके संसदीय क्षेत्र को एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की बड़ी सौगात मिलने जा रही है।
यूँ तो अनेकों पार्टियों के कई नेता इस हवाईपट्टी का श्रेय लेने के लिए समारोह स्थल के आसपास मौजूद रह वाह-वाही लूटना चाह रहे हैं परंतु इस बड़े कार्य के प्रमुख नीति निर्माता, नोएडा के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा शांत भाव से अपने लगाए पेड़ पर फल आता देख मुग्ध हैं।
ज्ञात रहे कि 2001 से जेवर में एयरपोर्ट की मांग की जा रही थी, लेकिन पिछली सरकारों में ये मांगे ठंडे बस्ते में पड़ी थी। पूर्व मंत्री डॉ महेश शर्मा ने अपने कार्यकाल में एयरपोर्ट को जेवर में बनाने का सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखा और उस सुझाव पर प्रधानमंत्री ने मुहर लगाते हुए कार्य को आगे बढ़ाने का निर्देश दे दिया था.
साथ ही इस एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जरूरी ग्रीनफ़ील्ड एविएशन पालिसी भी डॉ महेश शर्मा के नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार देखते समय लागू की गई। इस पॉलिसी के द्वारा ही सरकार ने ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों के लिए नीति अधिसूचित की। इस नई नीति द्वारा प्रोत्साहन मिलने के बाद ही जेवर में एयरपोर्ट बनने का मार्ग प्रसस्त हुआ एवं इसे स्वयं डॉ शर्मा ने निजी रूप से ड्राफ्ट करवाया था।
एक न्यूज़ नेटवर्क से बात करते हुए शर्मा ने कहा, “इस कार्य में कई अड़चनें भी आईं लेकिन नेक नियत से किए गए काम में अड़चनें आती तो हैं लेकिन वह दूर भी हो जाती हैं और जेवर एयरपोर्ट को लेकर भी कुछ ऐसा ही हुआ अड़चनें आईं तो लेकिन वह दूर हो गईं।”
जेवर का प्रस्तावित एयरपोर्ट नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद दूसरा एयरपोर्ट होगा।