नई दिल्ली :– हरियाणा के फरीदाबाद में अरावली क्षेत्र में बसे खोरी गांव बस्ती में अतिक्रमण हटाने के मामले में निवासियों ने आज जंतर मंतर पर जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने माँग की खोरी बस्ती में रहने वालों का पुनर्वास किया जाए।
बता दें कि खोरी बस्ती में मकान खाली करने वाले लोग अपने सामान को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने में लगे हैं, लेकिन अभी तक कब्जा नहीं छोड़ा है। फरीदाबाद के अरावली वन क्षेत्र में खोरी बस्ती में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अवैध निर्माण ढहाने के करवाई की ।
जिला प्रशासन ने यहां धारा 144 लगाई है। वही इस मामले में आज फरीदाबाद के खोरी गांव के रहने वाले स्थानीय लोगों ने जंतर-मंतर पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। साथ ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन भी लिखा।
प्रदर्शनकारियो ने बताया कि सूरजकुंड थाना क्षेत्र के खोरी गांव में 10 हजार मकान हैं, जिसमें तीन दशक से अधिक समय से लोग रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सात जून 2021 से फरीदाबाद नगर निगम छह सप्ताह के भीतर खोरी गांव को खाली कराने का आदेश दिया गया है। इससे लोग परेशान हैं , अगर हमारी माँग पूरी नही होती तो हम सब आत्महत्या कर लेंगे।
उनका कहना है कि सरकार को विस्थापन के पूर्व पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। गांव में करीब 20 मंदिर, 10 मस्जिद, 4 चर्च, 1 गुरुद्वारा स्थापित हैं और यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड आदि राज्यों के कामगार रहते हैं। ज्ञापन में मांग है कि कोर्ट के आदेश को निरस्त कर लोगों को रहने की अनुमति दी जाए।