नई दिल्ली :– कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को आज 8 महीने पूरे हो गए हैं, इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जंतर मंतर पर चल रहे किसान संसद का मोर्चा महिला किसान ने संभाला।
आपको बता दें कि पिछले साल केंद्र सरकार कृषि क्षेत्रों में सुधार के लिए नए कानून लाई थी। तभी से इन कानूनों के विरोध में हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
40 किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चे के 200 महिला ‘किसान संसद’ में शामिल हुई। महिला किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की , साथ ही कृषि कानून वापसी की माँग की।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि किसानों से राय न लेकर यह कानून बनाया गया। आज देश का किसान अन्नदाता है , जिसने कोविड महामारी में लोगों को खाने के लिए अनाज दिया। आज उसी किसानों को प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि यह कानून किसानों के हित मे नही है , इस कानून से किसानों से शोषण होगा। मोदी सरकार सिर्फ उद्योगपति को मुनाफा देने के लिए यह कानून बनाकर लाई है। हमारी संसद की आवाज देश की संसद तक पहुँच रही है , लोग जागरूक हो रहे है।