नई दिल्ली :– भारतीय शिक्षण मंडल के द्वारा भारत सरकार के संरक्षण में तीन दिवसीय सार्थक एडू-विज़न एक्सपो, सेमिनार का आयोजन भोपाल में किया गया। यह सेमीनार गलगोटिया विश्ववविद्यालय के द्वारा सह-प्रायोजक था। जिसमे गलगोटिया विश्ववविद्यालय के साथ -साथ देश भर के शिक्षण संसथान, औधोगिक जगत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एवं राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद, (एनसीईआरटी) जैसे उच्च कोटि के संस्थानों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय संस्कृति की विद्याओं को शिक्षा के पाठ्यक्रम में समाहित किया जाना था। जिससे विद्यार्थियों को भारतीय गुरुकुल पद्द्ति के अनुरूप उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान की जा सके। इस चर्चा के दौरान संस्कृत भाषा को पाठ्यक्रम में वरीयता देने पर भी जोर दिया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय से परास्नातक छात्र युवा अध्यापक तथा व्यवसायों में से बौद्धिक क्षमता एवं रुचि के युवाओ को खोजने और तत्पर करने जैसे आयामों पर भी सामूहिक चर्चा की गई । इस दौरान गलगोटिया विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटया ने सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम की सराहना करते हुए कहा कि गुरुकुल पद्यति से शिक्षा के क्षेत्र में एक नई चेतना आएगी।
देश के युवा भारतीय संस्कृति के मूल्यों को समझते हुए उसका अनुकरण करेंगे। गलगोटिया विश्वविद्यालय की वाइस चॉन्सलर डा० प्रीति बजाज ने अपने वक्तव्य में कहा कि पाठ्यक्रम में राष्ट्र की महान संस्कृति के समावेश करने से देश के युवा भारतीय संस्कृति के मूल्यों को समझते हुए उसका अनुकरण करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा गलगोटिया विश्वविद्यालय को भारतीय शिक्षण मंडल के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन के साथ जुड़ने पर गर्व है।
उन्होंने विश्वविद्यालय को परिभाषित करते हुए कहा कि आज गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास 20,000 से अधिक प्रतिभाशाली छात्रों के साथ-साथ 25 देशों से 750 अंतर्राष्ट्रीय छात्र भी हैं। गलगोटिया विश्वविद्यालय ने खुद को, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, प्रबंधन और कानून में शीर्ष रैंक वाले स्कूल में सूचीबद्ध किया है। सेमिनार का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस दौरान पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, विश्वविद्यालय अनुदान के अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह, एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल डी सहस्रबुद्धे, खेल और युवा मामलों की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया,भारतीय शिक्षण मंडल के अध्यक्ष सच्चिदानंद जोशी और कई अन्य प्रसिद्ध अतिथि उपस्थित रहे।