आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रश्स्त कर रहा गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय : कुलपति भगवती प्रकाश शर्मा

Ten News Network

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Greater Noida: गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर भगवती प्रकाश शर्मा ने कहा कि आज भारत विश्व के उन अग्रणी देशों में से है जिसके पास विश्व का तीसरा सबसे बड़ा टैलेंट पूल उपलब्ध है। उस दृष्टि से और विशेषकर, जब हमने भारत को राष्ट्रीय शिक्षा नीति में नॉलेज सुपर पावर बनाने का लक्ष्य चिन्हित किया अतएव देश के अग्रणी शिक्षा संस्थानों की तरह ही गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय आधुनिकतम
विषयों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट , रेलवे सिंग्नलिज्म , ऐसे विभिन्न प्रकार के आधुनिक पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर इस दिशा में अपना योगदान दे रहा है।

इस तरह के पाठयक्रमों की अहमियत बताते हुए वाइस चांसलर बोले, “आने वाले समय में लगभग सारे कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित हो जाएंगे जैसे कि कृषि, आंतरिक सुरक्षा, चिकित्सा, विज्ञान, बॉर्डर सिक्योरिटी सभी कार्यों के कामों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अपना अधिक महत्व होगा।”

“इसी के साथ ही आजकल जिस प्रकार का इंटर डिस्प्ले रिसर्च के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग के साथ साथ बायो टेक्नोलॉजी और न्यूरोलॉजी के जो विभिन्न प्रकार के अध्यन हो रहे है उसी द्रष्टि से गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में सेंट्रल ऑफ एक्सिलेंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी इसकी स्थापना की जा चुकी है,” उंन्होने बताया।

आगे वाइस चांसलर महोदय ने बताया की गौतमबुद्ध नगर में इलेक्ट्रॉनिक सिटी भी आ रहा है इस लिहाज से कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च भी हमारे विभाग कर सकें इसके लिए कंप्यूटर एंड साइंस टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक डिपार्टमेंट, इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की स्थापना के साथ ही साथ ही यूनिवर्सिटी कई रिसर्च राउंड टेबल भी आयोजित कर रहा है।

इस विषय में अतिरिक्त जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा, “हमने करीब 6 यूनिवर्सिटी इंडस्ट्रियल रिसर्च राउंड टेबल आयोजित किए हैं और प्रयास किया जा रहा है की आने वाले समय में यहाँ के छात्र उद्योगों के लिए काउंटर रिसर्च कर सके या उद्योगों के लिए आवश्यक अनुसंधान का आयोजन कर सकें।”

उन्होंने कहा पिछले 1 साल से कोरोनावायरस के कारण भौतिक रूप से किसी सेमिनार का आयोजन संपन्न नहीं होने पर भी हमने करीब 400 विभिन्न प्रकार के सेमिनार और वेबीनार आयोजित करके जिसमें 11 वेबीनार सेमिनार में भी तकरीबन 700 से 1100 लोग रहे है ।

“हम ये कह सकते है की ग्लोबल प्लेटफार्म की तरह ये हमारे सेमिनार रहे है और उसमें विदेशी वक्ता भी रहे है और उसमें विदेशी नागरिको की भी भागीदारी रही है। तो हम गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय को एक नॉलेज हब के रूप में और एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट हब के रूप में स्थापित करने के प्रयास में है,” वाइस चांसलर ने बताया।

आगे उन्होंने कहा की हमारा देश आत्मनिर्भर बने इसके लिए भी हम अपने छात्रों से आग्रह कर रहे हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा हमारे देश में ही हर चीज की डेवलपमेंट पर ध्यान दें । ऐसे प्रयासों के द्वारा हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में भी गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी कार्यरत है।

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