GAUTAM BUDH NAGAR DISTRICT MAGISTRATE’S OFFICE – PRESS RELEASE-09-12-13
जिलाधिकारी एच0एल0 गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2013-14 की स्वीकृत जिला योजना के तहत संचालित कार्यक्रमों में गुणवत्तापरक रूप से सुधार लाते हुये समयबद्धता के साथ संचालित कार्यो को पूरा किया जाना सुनिष्चित करें, और जिन विभागों में स्वीकृति अनुसार अभी तक बजट की प्राप्ति नहीं हुयी है उनके द्वारा अपने स्तर से विभागीय उच्च अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित करते हुये धनराषि अवमुक्त कराने की कार्यवाही की जाये और उनके माध्यम से भी विभागाध्यक्षों को पत्रालेख तैयार कर भेजा जाना सुनिष्चित किया जाये ताकि जनपद के विकास कार्याे में गतिषीलता आ सकें।
श्री गुप्ता कलैक्टेªट के सभागार में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुये जिला योजना के कार्याे की विभाग बार एवं मदों बार समीक्षा तथा अनुश्रवण करते हुये अधिकारियों को निर्देष दे रहे थे।
उन्होंने समीक्षा करते हुये पाया कि जनपद की जिला योजना षासन से 67 करोड़ 4 लाख रूपये की स्वीकृत की गयी है जिसके सापेक्ष अभी तक मात्र 7 करोड़ 2 लाख 28 हजार रूपये की धनराषि विभागों के लिये अवमुक्त की गयी है जो कि स्वीकृत जिला योजना के सापेक्ष बहुत कम है श्री गुप्ता ने अधिकारियों का आहवान किया कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है अतः सभी विभागीय अधिकारियों जिला योजना मंे अपने कार्यो को समय से पूर्ण करने की मासिक कार्ययोजना बनाते हुये उसके अनुरूप लक्ष्यों को पूरा किया जाये।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान पाया कि कृषि विभाग में 5 लाख के सापेक्ष 1-75 लाख रूपये अवमुक्त किया गया है इसी प्रकार उद्यान में 10-70 लाख के सापेक्ष मात्र 50 हजार, पषुपालन में 26-67 के विरूद्ध 6-17, वन विभाग में 84-52 के सापेक्ष 18-54, ग्राम्य विकास विभाग में 159-69 के विपरीत 32-13, पंचायती राज विभाग में 189 लाख के सापेक्ष मात्र 23-85, खादी एवं ग्रामोद्योग में 70 के विपरीत 21-40, बेसिक षिक्षा में 150 से विरूद्ध 24-85, माध्यमिक षिक्षा में 237-27 के सापेक्ष 53-68 लाख रूपये की धनराषि अवमुक्त हुयी है। इसी के साथ साथ अनुसचित जाति कल्याण में 273-40 के सापेक्ष 60-87, समाज कल्याण में 979-31 के विरूद्ध 402-05, पिछड़ा वर्ग कल्याण में 116-12 के विरूद्ध 28-10 धनराषि अवमुक्त हो पायी है। जिन विभागों को अभी तक धनराषि अवमुक्त नही हुयी है उसमें लघु सिचांई 3-80, सामुदायिक विकास में 60-00, बैकल्पिक उर्जा 41-68, लोक निमार्ण में 2871-20, पूल्ड आवास में 200-00, पर्यटन में 20, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य 135, आर्युवेद चिकित्सा 59, हौम्योपैथी में 10, महिला कल्याण में 54, जल निगम में 264, कार्यक्रम विभाग में 383 लाख रूपये की स्वीकृत योजना के विरूद्ध धनराषि अवमुक्त नहीं की गयी है। जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को अपने विभाग में उच्च स्तरीय सम्पर्क कर स्वीकृत योजना की धनराषि अवमुक्त कराने के निर्देष दिये है ताकि सभी कार्य आगामी मार्च तक पूर्ण हो सकें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा आर के गर्ग, डी एफ ओ अषोक कुमार, जिला विकास अधिकारी श्री चैरसियाॅ, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नन्दनी सिंह, तथा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।