प्राधिकरण में तैनात सनी यादव पर 8 आरोप साबित, लटकी बर्खास्तगी की तलवार, शासन ने दिया अंतिम नोटिस
ROHIT SHARMA / ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में प्रॉजेक्ट विभाग में मैनेजर पद पर तैनात सनी यादव पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। सनी के खिलाफ शासन की ओर से कराई गई जांच में करीब 8 आरोप सही पाए गए हैं , शासन ने सनी को अंतिम नोटिस जारी किया है।
आपको बता दे की नोएडा-ग्रेनो और यमुना अथॉरिटी में चीफ इंजीनियर रहे करोड़ों रुपये के घोटाले में जेल से हाल में रिहा हुए यादव सिंह का बेटा ग्रेनो अथॉरिटी में प्रॉजेक्ट विभाग में मैनेजर पद पर तैनात है।
आरोप है कि सनी बगैर सूचना दिए लंबे समय तक ग्रेनो अथॉरिटी से गायब रहा। सनी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल जा चुका है। शासन ने सनी की एक आईएएस अधिकारी से स्पेशल तौर पर जांच कराई। आईएएस अधिकारी ने सनी की सीबीआई कोर्ट से मुकदमे से संबंधित जानकारी जुटाई। अथॉरिटी में छुट्टी के लिए अलग-अलग दी अप्लीकेशन की जांच की। शासन के निर्देश पर जांच हुई, जिसमें 8 आरोप सही मिले।
सीएजी टीम को सहयोग न करने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाईप्रदेश सरकार के आदेश पर नोएडा-ग्रेनो और यमुना अथॉरिटी में सीएजी जांच कराई जा रही है। सीएजी के टीम पहले चरण में सन 2012 से लेकर अब तक की जांच रही है। सीएजी टीम ने ग्रेनो अथॉरिटी के कई विभागों के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जांच के लिए फाइलें उपलब्ध नहीं करा रहे हैं , जिससे सीएजी जांच में देरी हो रही है।
अथॉरिटी के अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को बार-बार जांच में सहयोग कर फाइल उपलब्ध कराने की मांग की गई, लेकिन कई विभागों के अधिकारी सीएजी जांच से संबंधित फाइल उपलब्ध नहीं कराई है। जांच के लिए सीएजी को फाइल उपलब्ध नहीं कराने वाले अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई हो सकती है , इन अधिकारियों को चार्जशीट दी जा सकती है।