ग्रेटर नोएडा : रेमेडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी के मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार , सीएमओ कार्यलय के कर्मचारी भी है शामिल

Ten News Network

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ग्रेटर नोएडा :– उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्यों में रेमेडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी चल रही है , जिसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन ने सभी पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हुए है , जिससे कालाबाज़ारी रुक सके।

 

वही इस मामले में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के लिए जीवनदायी इंजेक्शन रेमडेसीविर की कालाबाजारी कर रहे थे।

पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि दिल्ली के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत लैब टेक्नीशियन और गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का कर्मचारी यह कालाबाजारी करवा रहे थे। यह दोनों फरार हैं। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस तलाश कर रही है।

 

ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि चार लोग कैलाश अस्पताल के पास खाली जगह में मौजूद थे। यह लोग रेमडेसीविर इंजेक्शन कालाबाजारी करके बेच रहे थे। पुलिस को सूचना मिली और छापामारी की गई। मौके से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से हेटेरो कम्पनी के रेमडेसीविर इंजेक्शन मिले हैं। इनसे 49,600 रुपये जब्त किए गए हैं।

 

यह पैसा इंजेक्शन की कालाबाजारी से अर्जित किया था। डीसीपी ने बताया कि इस गिरोह का सहयोग दिल्ली में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत टेक्नीशियन सुमित और गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी विकास कौशिक कर रहे थे। इन दोनों की मदद से यह गिरोह नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रेमडेसीविर इंजेक्शन बड़ी कीमत पर बेच रहे थे। यह दोनों कर्मचारी अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। जल्दी गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।

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