स्काइलाइन इंस्टिट्यूट, ग्रेटर नॉएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं नवीकरणीय उर्जा के भविष्य के रुझान शीर्षक पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

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LOKESH GOSWAMI  100ग्रेटर नॉएडा नॉलेज पार्क-२ के  स्काइलाइन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग & टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “इलेक्ट्रॉनिक्स एवं नवीकरणीय उर्जा के भविष्य के रुझान” शीर्षक पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया.आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में थैसेंक्रुप्प कंपनी के सीनियर जीएम मि अश्वनी कुमार उपस्थित थे.कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि श्री अश्वनी कुमार, समस्त अतिथिगन, स्काइलाइन इंस्टिट्यूट के चेयरमैन श्री एस एल वासवानी, निदेशक डॉ एस एस चौहान , निदेशक जनरल डॉ बी. एल. कॉल., इस राष्ट्रीय सेमिनार के समन्वयक प्रो. दिनेश सिंह, डॉ राजेश त्यागी, द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रजवलित करके किया गया, जिसके उपरांत विद्यार्थियो द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गयी. आज के इस कार्यक्रम में मंच का संचालन प्रोफेसर अंजलि द्वारा किया गया.  स्काइलाइन इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार में काफी संख्या में प्रसिद्ध उद्योग जगत के साथ शिक्षा जगत के भी1000  विशेषज्ञ के साथ साथ दुसरे कॉलेज के विद्यार्थी भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.संस्था के चेयरमैन श्री एस एल वासवानी ने अपने उदघाटन भाषण में कहा की एशिया की एक उभरती हुयी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत आगामी विकसित देशो की सूची में एक मजबूत दावेदार मन जाता है. उन्होंने कहा की हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रस्तावित मेक इन इंडिया कार्यक्रम विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है और इस कार्यक्रम के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमे पूंजी निवेश, कौशल विकास, नए नए प्रयोगों तथा मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र को बढ़ावा देना चाहिए. वास्तव में ये सारी चीजें मेक इन इंडिया कार्यक्रम की सफलता की कुंजी है. स्काइलाइन इंस्टिट्यूट के चेयरमैन श्री एस एल वासवानी ने बताया की शिक्षा एवं उद्योग जगत से आये विशेषज्ञो को अपने विचार रखने एवं महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श करने के लिए राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के लिए स्काइलाइन इंस्टिट्यूट हमेशा प्रयासरत है और आगे भी संस्था द्वारा इस तरह के आयोजन किए जायेंगे क्यूंकि आज के दौर में प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहे है, ऐसे में शिक्षको एवं विद्यार्थियों को अपनी जानकारी लगातार बढ़ाने की जरूरत है और ऐसे आयोजन निश्चित रूप से शिक्षको एवं विद्यार्थियो को अपडेट रखने में सहायक होते है तथा शोध को बढ़ावा देते है. स्काइलाइन इंस्टिट्यूट के निदेशक 101डॉ. एस एस चौहान ने सर्वप्रथम सभी अतिथियो का संस्था की ओर से स्वागत किया और  बताया की इस राष्ट्रीय सेमिनार का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक्स एवं नवीकरणीय उर्जा के क्षेत्र में कई मामले को चर्चा करना है और आज के इस सेमिनार के दौरान शिक्षा एवं उद्योग जगत से आये विशेषज्ञो द्वारा अलग अलग विचार ब्यक्त किये जायेंगे एवं इस दौरान काफी संख्या में शोध-पत्र भी प्रस्तुत किये जायेंगे तथा इलेक्ट्रॉनिक्स , माइक्रोवेव एंड अन्टेना, वायरलेस कम्युनिकेशन आदि के क्षेत्र में विकास कार्यो की भी  चर्चा की जाएगी. आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने कहा की नए दौर की अर्थ व्वस्था ज्ञान पर आधारित है, अतएव शिक्षा के क्षेत्र में आज इस प्रकार के कांफ्रेंस के राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन की बहुत आवश्यकता है और स्काइलाइन इंस्टिट्यूट का यह प्रयास बहुत  ही सराहनीय है क्यूंकि आज के दौर में प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहे है और ऐसे में शिक्षको के साथ साथ विद्यार्थियो को अपनी जानकारी को लगातार बढ़ाने की जरुरत है.आज के एस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि थ्य्स्सेंक्रुप्प कंपनी के सीनियर जी म श्री   अश्वनी कुमार गैण्ड ने सर्वप्रथम अपनी कंपनी के बारे में बताते हुए सेफ्टी ( जीरो टोलेरेंस), रिस्क अस्सेमेंट सिस्टम, क्वालिटी एवं कस्टमर एक्सीलेंस पे प्रकाश डाला तथा इन विषयों पे विस्तार पूर्वक चर्चा किया. मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियो को संबोधित करते हुए कहा की आपमें स्किल डेवलपमेंट की ज्यादा से ज्यादा जरूरत है, उन्होंने विद्यार्थियो को मल्टीटास्किंग बताते हुए कहा की आज के दौर में इनोवेशन टेक्नोलॉजी की नही बल्कि इनोवेशन माइंड की जरुरत है तथा साथ में विद्यार्थियो को नए नए टेक्नोलॉजी से परिचित कराया. उन्होंने विद्यार्थिओं को मुख्य रूप से एलेवटर एवं जीरो टोलेरेंस के बारे में बताया.वही दूसरी तरफ शिक्षा जगत से आये आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर डॉ सु कुमार बी मिश्रा ने फोटोवोलाटिक एंड इलेक्ट्रिसिटी मैकेनिज्म के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए सोलर एनर्जी को आज की जरुरत बताया और कहा की इसके बिना हम उर्जा के बारे में सोच भी नहीं सकते.स्काइलाइन इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य रूप से उद्योग जगत के थ्य्स्सेंक्रुप्प कंपनी के सीनियर जी म श्री अश्वनी कुमार गैण्ड , एस टी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिकस से श्री समित बरे, १०० इंजीनियरस के जनरल मैनेजर श्री राहुल सिंह, इन्फ़िओन इंजीनियरिंग  से श्री ऋषि शर्मा , शास्हरा इलेक्ट्रॉनिक्स से श्री वरुण, अप्त्रों टेक्नोलॉजी से श्री विनीत, ए बी सी ट्रांसफार्मर्स से सरी दुग्गल  के अलावा शिक्षा जगत से आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर डॉ सु कुमार बी मिश्रा , एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्री रत्नेश एवं श्री दिनेश, आइटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर डॉ लोकेश बंसल, इग्नु दिल्ली के प्रोफेसर डॉ संजय अगरवाल के अलावा गलगोटिया कॉलेज के स्टूडेंट कम रिसॅचर पि पि अवनतिका के अलावा कई और कंपनिया के साथ साथ शिक्षा जगत के भी कई और विशेषज्ञो  ने अपने विचार एवम शोध पत्र प्रस्तुत किये.आज के इस कार्यक्रम संस्था के समस्त निदेशक, बी. टेक. प्रथम वर्ष के इन्चार्ज प्रोफेसर सुधीर कुमार सिंह, समस्त विभागाध्यक्ष एवं फैकल्टी के अलावा काफी संख्या में  दुसरे संस्थानों के भी विद्यार्थियो ने
भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. आज के इस कांफ्रेंस के दौरान स्काइलाइन इंस्टिट्यूट में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर के विभिन
शोधकर्ताओं द्वारा लगभग २० शोध पत्र प्रस्तुत किये गए. आज के इस कांफ्रेंस के अंत में संस्था के निदेशक डॉ एस एस चौहान, सेमिनार के समन्वयक प्रो. दिनेश सिंह एवं डॉ राजेश त्यागी द्वारा धन्यवाद् ‌ज्ञापन करते हुए सेमिनर मे आये हुए सभि अतिथियो क स्काइलाइन संस्था की ओर से आभार ब्यक्त किया गया. समारोह का समापन  सेमिनार के समन्वयक प्रो. दिनेश सिंह एवं डॉ राजेश त्यागी द्वारा सर्टिफिकेट
वितरण के बाद राष्ट्रगान के साथ किया|.

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