एपीजे इंटरनैशनल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य कर दूसरे संस्थानों के लिए दिखायेगा मार्ग दर्शक

Galgotias Ad

GREATER NOIDA LOKESH GOSWAMI   JHD

ग्रेटर नौएडा में एपीजे इंटरनैशनल स्कूल वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है यह बात एक चिर -परिचित समाचार पत्र ( टाइम्स ऑफ़ इंडिया ) ने भी घोषित कर दी है | एपीजे इंटरनैशनल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य कर दूसरे संस्थानों के लिए मार्ग दर्शक है | इस स्कूल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के शिक्षण के साथ -साथ उनमें मानवीय एवं नैतिक मूल्यों  के लिए प्रोत्साहित करना है जिससे कि वह अपने जीवन में आने वाली परिस्थितियों का सामना उचित रूप से कर सकें | इस विकास की श्रृंखला में बच्चों को समाज के प्रति जागरूक करने के लिए निर्बल वर्ग की सहायता कर समाज की धारा में उनकी भागेदारी  सुनिश्चित करने के लिए ‘गायत्री ज्ञान मंदिर’ के छात्रों को समय -समय पर सहायता देते रहते हैं (जैसे -पुस्तकें वितरित करना , खाद्य सामग्री , खेल उपकरण , वस्त्र आदि ) | यहाँ तक कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुए वृक्षारोपण ( जो कि गिनीज बुक में रिकॉर्ड बना ) में हमारे विद्यालय का कार्य सर्वोपरि रहा है | यहाँ तक कि कक्षा बारहवीं के एक छात्र ( कुणाल शर्मा ) ने तो पूरे देश में सी बी एस ई बोर्ड परीक्षा में रसायन विज्ञान में  प्रथम स्थान प्राप्त किया उसने अपने विद्यालय तथा प्रदेश का नाम रोशन किया | विद्यार्थी के उत्साह को बढ़ाने के लिए देश की मानव संसाधन शिक्षा मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने भी विद्यार्थी को प्रशस्ति – पत्र प्रदान किया अध्यापकों  के द्वारा किया गया विशिष्ट  प्रयास को हमारे देश की  तत्कालीन  मानव संसाधन शिक्षा  मंत्री  श्रीमती स्मृति ईरानी ने प्रशस्ति -पत्र प्रदान किया | जिसमें अध्यापकों ने विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा में उच्च अंक से उत्तीर्ण होने के मार्ग को प्रशस्त किया | आज तक की जितने भी कक्षा बारहवीं के छात्रों ने सी बी एस ई बोर्ड परीक्षा में परीक्षाएं दी हैं उनमें हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त किया है इसमें एपीजे ने यह रिकॉर्ड कायम किया है कि आज तक किसी भी विद्यार्थी ने सी बी एस ई बोर्ड परीक्षा में  द्वितीय  स्थान  , तृतीय स्थान  या कम्पार्टमेंट प्राप्त नहीं किया |  इसके लिए मानव संसाधन शिक्षा मंत्री  श्रीमती स्मृति ईरानी ने विद्यालय कि प्रधानाचार्या श्रीमती यशिका भारद्वाज को भी प्रशस्ति -पत्र प्रदान किया जिसमें उन्होंने प्रधानाचार्या के कार्य की भूरि – भूरि प्रशंसा की | एक चिर -परिचित समाचार पत्र ( टाइम्स ऑफ़ इंडिया ) ने विभिन्न स्कूलों की सुविधाओं के आधार पर  सर्वेक्षण (वर्ष 2015) कर मूल्यांकन किया जिसमें एपीजे इंटरनैशनल स्कूल को प्रथम स्थान पर घोषित किया | इस उपलब्धि से यह सुनिश्चित हो गया कि न केवल शिक्षा बल्कि समाज के बीच अच्छा संतुलन कैसे बनाया जाए यह भी बच्चों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है | बच्चो को शिक्षा की विभिन्न विधियों में से कार्य करके सीखना , प्रदर्शन द्वारा सीखना तथा अन्य विषयों के साथ पूरकता का अनुभव लेते हैं जो उन्हें विभिन्न विद्यालय के विद्यार्थियों से विशिष्ट बनाता है | इसके अतिरिक्त बच्चों में जीवन जीने की कला खेल कूद के माध्यम  से उनके व्यक्तित्त्व का निखार करते हैं इसलिए विद्यालय परिसर में ही फुटबॉल एवं क्रिकेट कोचिंग की व्यवस्था  की गई है  तथा संस्थान में अध्यापक छात्रोन्मुखी एवं आनंदवर्धक शिक्षण का परिवेश बनाते हैं जिससे छात्रों में विभिन्न विषयों के प्रति अभिरुचि जागृत करने का प्रयास किया जाता है | अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती यशिका भारद्वाज ने यह भी बताया कि विद्यालय में ‘नो प्रॉफिट नो लोस’ को लेते हुए प्रत्येक वर्ष ‘फ़ूड कोर्ट’ का आयोजन बच्चों द्वारा ही किया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में जिम्मेदारी , कर्त्तव्य भावना , एक दूसरे की मदद करना , अपनी सम्पत्ति की देखभाल करना तथा सहयोग की भावना इत्यादि गुणों का समावेश करना होता है |

Comments are closed.