हिन्दू मुस्लिम एकता मंच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी पार्टियों पर साधा निशाना,राममंदिर के सवाल पर लगाया बीजेपी पर वोटरों को बहकाने का आरोप
Lokesh Goswami Ten News
नोएडा के सेक्टर 15 में राष्ट्रीय हिंदू-मुस्लिम एकता मंच ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद रेहान खान ने सभी राजनीतिक दलों पर निशाना साधा।
खान अपने राजनीतिक जीवन में बीजेपी और सपा में रहे हैं और साथ ही वो सपा सरकार में मंत्री भी रहे हैं। हालाँकि इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सपा के आधे कार्यकर्ताओं को ये नहीं पता कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) किसकी तरफ हैं।
राष्ट्रीय हिंदू-मुस्लिम मंच के पदाधिकारियों ने एक बात साफ करते हुए कहा कि वो 2019 के चुनाव में तो किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन 2022 के सवाल पर वो चुप हो गए। मंच के पदाधिकारियों के मुताबिक संगठन हिंदू-मुस्लिम के बीच बढ़ती दूरियों को कम करने के लिए काम करेगा।
साथ ही राममंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार मंदिर का निर्माण करा ही नहीं सकती। 1998 में वाजपेयी सरकार केंद्र में थी, कल्याण सिंह मुख्यमंत्री रहे, राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री रहे पर बीजेपी के अलावा ये मुद्दा कोई नहीं उठाता। बीजेपी सिर्फ वोटर को बहकाती है लेकिन राम मंदिर नहीं बनाती है। हमारी माँग है कि बीच का ऐसा रास्ता निकाला जाये जिससे हिन्दू मुस्लिम में भेदभाव न हो।
राष्ट्रीय हिंदू-मुस्लिम एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि यूपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कमेटियां गठित कर दी गयी हैं और आगे पूर्वांचल कि ओर रुख करेंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से आवाह्न करते हुए कहा कि ये कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है। इस पार्टी से लोग जुड़े और इसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों को बराबर सम्मान मिलेगा।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद रेहान खान, प्रदेश प्रभारी इशरत अली सैफी, प्रदेश उपाद्यक्ष बाबू कुरैशी, महिला सभा अध्यक्ष दुर्गेश चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।