दिल्ली :– राष्ट्रीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2018 का आयोजन दिल्ली के डा. अम्बेडकर अंतराष्ट्रीय संस्थान में हुआ । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर रहे । आपको बता दे कि पूरे भारत वर्ष से कुल 52 विद्यालयों का चयन स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2018 के लिए प्रतियोगिता के माध्यम से भारत सरकार द्वारा किया गया है। जिनको आज राष्ट्रीय स्वक्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
वही हिमाचल प्रदेश के नंद स्कूल ने स्वच्छता अभियान में अपना परचम लहराया है । राष्ट्रीय स्वच्छ स्कूल पुरस्कार योजना में देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया है। इससे पहले, बीते साल नंद स्कूल देश भर में अव्व्ल रहा था.
बिलासपुर के झंडूता ब्लॉक के दूरदराज क्षेत्र में गोविंदसागर झील के किनारे टापू में चल रही प्राइमरी पाठशाला स्वच्छता में दूसरे स्कूलों के लिए मिसाल बन गई है । जिलास्तर पर 3 और राज्यस्तर पर दूसरी मर्तबा अव्वल आंकी गई यह पाठशाला इस बार देश भर में रैंकिंग में तीसरा पायदान पर रही है । स्कूल को 50 हजार रूपए व प्रशस्ति पत्र दिया गया है । पहले स्थान पर पुडूचेरी और दूसरे पर तमिलनाड़ु की एक पाठशाला रही है ।
वही इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर ने सभी छात्राओं और अध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 2014 से 2018 तक सभी विद्यालयों ने स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया है । आज के समय मे लोग काफी जागरूक हुए है । उनका कहना है कि स्वच्छता अभियान में स्कूल के बच्चों का बड़ा योगदान रहा है , क्योंकि बच्चों ने घर पर ही नही आसपास के लोगो को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया है ।
वही उन्होंने बताया कि विदेश के लोग हमारे देश मे आते रहे है , तो कहते थे आपका देश बहुत सुंदर है , लेकिन गंदगी बहुत ज्यादा है । जिसको लेकर बहुत बुरा लगा । वही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान बड़े स्तर पर चलाया जिसका आज फायदा मिल रहा है । साथ ही उनका कहना है की आपके यहाँ स्वच्छता है तो आप स्वास्थ है । पहले कुछ सालों में बच्चों को डायरिया की बहुत ज्यादा बीमारी थी , लेकिन आज के समय मे डायरिया की बीमारी में गिरावट आई है ।