51वाँ आईएचजीएफ दिल्ली मेला मई 2021 के पहले हफ्ते में पुनर्निर्धारित किया गया

नई दिल्ली- 20 जनवरी 2021– विश्व स्तर पर प्रशंसित आईएचजीएफ दिल्ली मेले का भौतिक आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में अपने 51वें संस्करण की ओर बढ़ रहा है|

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने कहा, “जहाँ तक कोविड-19 की स्थिति का सवाल है, भारत में यह नियंत्रण में है और दुनिया भर के कई अन्य देशों की तुलना में स्थिति बेहतर है| भारत के माननीय प्रधान मंत्री के कुशल नेतृत्व में दुनिया के साथ-साथ भारत में भी सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है और इस दुर्भाग्यपूर्ण आपदा की चुनौतियों का सामना करने और इसे दूर करने के लिए देश तैयार है|”

उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि निराशा भरा समय खत्म होने वाला है और हमें बड़ी दृढ़ता, उत्साह और ऊर्जा के साथ एक नई सुबह की प्रतीक्षा करनी होगी|”

इस अवसर पर ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि मेले में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के फीडबैक और हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद की प्रशासन समिति (सीओए) और क्षेत्रीय समन्वयकों की एक बैठक के आधार पर और व्यापार संवर्धन और व्यापार के अवसर पैदा करने में आईएचजीएफ दिल्ली मेला के महत्व को देखते हुए, आईएचजीएफ दिल्ली मेला को मई 2021 के पहले हफ्ते में ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में आयोजित करने का फैसला किया गया है|

आईएचजीएफ दिल्ली मेले की पुनर्निर्धारित नई तारीख विदेशी खरीदारों/आयातकों के फीडबैक के आधार पर जल्द ही घोषित की जाएगी, तदनुसार इसके लिए परिषद द्वारा एक सर्वे किया जा रहा है|

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि परिषद सबसे अनुकूल, व्यापार योग्य और सुरक्षित वातावरण में मेले के संचालन के सभी संभावित अवसरों का पता लगाएगी|

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने यह भी सूचित किया कि 51वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले के लिए आवेदन देने की अंतिम तारीख 10 फरवरी 2021 तक के लिए बढ़ा दी गई है|

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2019-20 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 25,270.14 करोड़ रुपये का हुआ और वर्तमान वित्त वर्ष के पहले सात महीने यानी अप्रैल-अक्टूबर 2020-21 के दौरान यह 12672.16 करोड़ रुपये और 1691.95 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा|

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