महामारी के बीच आरबीआई ने बैंकों को दी बड़ी राहत , रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती
Rohit Sharma
नई दिल्ली :– कोरोना वायरस महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि वैश्विक मंदी के अनुमान के बीच भारत की विकास दर अब भी पॉजिटिव रहने का अनुमान है और आईएमएफ के मुताबिक यह 1.9 फीसद रहेगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक बहुत सक्रिय है और हर स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। 2020 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी मंदी का साल है।शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई LTRO के जरिए सिस्टम में 50,000 करोड़ रुपये डालेगा। साथ ही एटीएम 91 फीसद क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। लॉकडाउन में मोबाइल और नेटबैंकिंग में कोई परेशानी नहीं है।
सिस्टम में लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए आरबीआई ने नए कदमों का एलान किया। बैंक क्रेडिट फ्लो में छूट के लिए नए प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है । रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह 4.4 फीसदी पर स्थिर है। रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी से घटाकर 3.75 फीसदी कर दी गई।
साथ ही उन्होंने कहा कि आरबीआई ने नाबार्ड को 25 हजार करोड़ रुपये, SIDBI को 25 हजार करोड़ रुपये और नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) को 10 हजार करोड़ देने का एलान किया है। देश के पास विदेशी मुद्रा का पर्याप्त भंडार है।
हालांकि, मार्च में देश के निर्यात के हालात बेहद खराब रहे हैं। फॉरेक्स रिजर्व अभी 476.5 अरब है। जी -20 देशों में भारत की स्थिति बेहतर रहेगी। मार्च में सर्विसेज पीएमआई में गिरावट दर्ज की गई। लॉकडाउन के बावजूद कृषि क्षेत्र में बुवाई की स्थिति बेहतर रही है।