(21/06/2019) देशभर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है । केंद्र सरकार के सभी मंत्री , बीजेपी सांसद और जवानों समेत करोडों की संख्या में लोग हर जगह योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए ।
वही आज दिल्ली के राजपथ पर योग दिवस मनाया गया । इस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली के राजपथ में योग किया। साथ ही इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल समेत अन्य सांसद मौजूद रहे ।
वही दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आज रांची में हैं। इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरियाणा के रोहतक में योग कर रहे हैं। आपको बता दे कि इस कार्यक्रम में मोदी के भाषण को लेकर एक स्पेशल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई , जिसके माध्यम से नरेंद्र मोदी का भाषण लोगों ने सुना ।
पीएम मोदी ने रांची में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है। क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि योग अनुशासन है, समर्पण हैं, और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है। योग सबका है और सब योग के हैं।
खासबात यह है कि इस वर्ष के कार्यक्रम के लिए मुख्य विषय ‘हृदय के लिए योग’ रखा गया है। लोगों को हृदय को मजबूत बनाये रखने और इसकी बीमारियों को दूर रखने के लिए योग के महत्व को बताया जा रहा है।
साथ ही पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर टेन न्यूज़ की टीम ने लोगों से खास बातचीत की । लोगों का कहना है कि संसार की सारी सुख सुविधाएं मिल जाने के बाद भी अगर स्वास्थ्य ठीक नही है तो कुछ भी आपके काम नहीं हा सकता इसलिए हर इंसान को योग चाहिए। योग से न सिर्फ सुन्दर शरीर का निर्माण होता है, बल्कि बीमारियों पर नियंत्रण मिलता है , योग से अपनी इन्द्रियों को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
साथ ही उनका कहना है कि योग से सांस की बीमारियां दूर होती हैं। नकारात्मक सोच से बाहर निकलना व सकारात्मक सोच में योग की बड़ी भूमिका होती है। कुछ लोगों ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह पहल शुरू की थी , आज उनकी वजह से योग की पहचान बड़े स्तर पर दिखाई देने लगा । युवा जिम जाते थे , लेकिन अब जिम के अलावा युवा योगा करने लगे । जिससे साफ हो जाता है कि युवा भी योगा में खास रुचि ले रहे है ।