पटना (29 मार्च 2022): यूँ कहने को तो बिहार में सुशासन बाबू की सरकार है लेकिन अपराध का ग्राफ अपने चरम पर हैं। गुंडों, एवं दबंगों के दहशत का आलम यह है कि लोग हमेशा इस डर के साए में जीते रहते हैं की ना जानें कौन कब आकर गोली मार दें, कब लूटपाट हो जाए।कब कौन रंगदारी मांगें, क्योंकि बिहार की सरकार और पुलिस तो शराब और शराबियों के पीछे लुकाछिपी का खेल खेलने में लगी हुई है।
आजकल बिहार में गोली मार देना, अपहरण कर लेना , रंगदारी वसूल करना एक आम बात हो गई है।लेकिन पुलिस प्रशासन और सरकार के कानों पर जू नहीं रेंगता।ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जदयू नेता एवं दानापुर के नगर उपाध्यक्ष दीपक कुमार मेहता को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपक दानापुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की तौयारी कर रहे थे, वहीं कुछ दिन पहले ही दीपक ने अपने आवास पर होली मिलन समारोह का आयोजन किया था, जिसमें उपेंद्र कुशवाहा समेत जदयू के कई प्रमुख नेता आए थे। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दीपक मेहता उपेंद्र कुशवाहा के करीबी थे।।