यूपी : लॉकडाउन के बावजूद नमाज के लिए निकले लोगों में पहले बजा पुलिस का लठ्ठ, फिर हुई एफआईआर
Abhishek Sharma
कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया है। लोगों से घर में ही रहने की अपील की जा रही है। इसके बावजूद लोग लॉकडाउन के उल्लंघन से बाज नहीं आ रहे है। मजबूरन पुलिस को सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं।
ऐसे ही कई मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए हैं जहां जुमे की नमाज के लिए लोग मस्जिदों में इकट्ठा होने लगे। इसके बाद पुलिस को सख्त होकर बल प्रयोग करना पड़ा। फिर जाकर लोगों की ये भीड़ अपने घरों के अंदर दुबकी।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में एक मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जुटे 26 लोगो के खिलाफ पुलिस द्वारा गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मेरठ में मस्जिदों से एलान किया गया कि जब तक लॉकडाउन खत्म नहीं होता लोग नमाज अपने घरों में पढ़ें।
मस्जिदों से मौलानाओं ने पुलिस और प्रशासन के कहने पर मस्जिदों से ये एलान किया और लोगों को कोरोना वायरस की गंभीरता के बारे में बताया। बागपत जिले के बड़ौत की फूंसवाली मस्जिद के इमाम ने भी लोगों से अपील कि की वे 21 दिनों के लॉकडाउन का पालन करें और सरकार का सहयोग करें।प्रयागराज में शहर काजी मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी ने मस्जिद से एलान किया कि लोग घर में ही जुमा की नमाज पढ़ें।
उन्होंने कहा कि मस्जिदों में सिर्फ इमाम और मोअज्जिन के अलावा कमिटी के एक या दो मेंबर ही आएंगे। जुमे की नमाज को लेकर मुफ्ती ए बनारस बातिन नोमानी ने लोगों से घरों में रहकर जोहर की नमाज अदा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मस्जिद में पांच से ज्यादा नमाजियों की संख्या न हो।