उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में रेलवे लाईन के निकट ही एक तेंदुए का शव मिला है, अधिकारियों और स्थानीय लोगों को संदेह है कि तेंदुआ ट्रेन से टकरा गया होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पिछले एक महीने में इस क्षेत्र में तेंदुए की दुर्घटना पूर्ण मौत का यह तीसरी उदाहरण देखने को मिला है।
बागपत जिले के प्रभागीय वनाधिकारी (DAFO) कल्याण सिंह बोले कि, “दिल्ली-सहारनपुर रेल ट्रैक पर तेंदुआ ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई रविवार को उसका शव लोहदा अंडरपास के पास मिला था। फिलहाल तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम हेतु बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में भेज दिया गया है।”
इससे पूर्व बिनोली क्षेत्र में एक तेंदुआ मृत अवस्था में मिला था, जिसके सिर पर काफी जख्म थे लेकिन उसकी मौत के कारण का अब तक भी पता नहीं चल पाया है।
वन्य अधिकारियों की माने तो, तेंदुए प्रजनन के समय में अक्सर गन्ने के खेतों में शरण लेते हैं। किंतु गन्ने की कटाई होते वक्त इनके छुपने की जगह नहीं बच पाती है और ऐसी स्थिती में उनके इंसानों के साथ संघर्ष के मामले बढ़ने लगते हैं।
गौरतलब की बात है कि पिछले दिनों ग़ाज़ियाबाद में भी तेंदुआ घूम रहा था जिसके कारण वहां तनाव की स्थिती पैदा हो गई थी, वन्य अधिकारियों और सरकारों को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए।