सांसद डॉ. महेश शर्मा ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में दिए जनता के सवालों के जवाब
Rohit Sharma
नोएडा : देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 89 लोगों की मौत हो जाने के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,783 हो गई है। इस दौरान 3,561 संक्रमण के नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 52,952 हो गई। देश में लॉकडाउन 3.0 चल रहा है, जो 17 मई तक लागू किया गया है।
उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का कहर जारी है। अब तक तक 202 मरीज कोरोना से संक्रमित मिल चुके है। जिसको लेकर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, विधायक समेत सांसद अपनी नज़र बनाए हुए है। वही इस संख्या में गिरावट को लेकर सभी मंथन कर रहे है।
इस लॉकडाउन में टेन न्यूज़ नेटवर्क वेबिनार के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहा है , साथ ही लोगों के मन में चल रहे सवालों के जवाब विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे हैं। आपको बता दे कि टेन न्यूज़ नेटवर्क ने “मन की बात” कार्यक्रम शुरू किया है , जो टेन न्यूज़ नेटवर्क के यूट्यूब और फेसबुक पर लाइव किया जाता है।
वही “मन की बात” कार्यक्रम में गौतम बुद्ध नगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने हिस्सा लिया। साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से गौतमबुद्ध नगर की जनता के सवालों का जवाब भी दिया। डॉ महेश शर्मा ने इस कार्यक्रम में एक विशेष बात पर जोर दिया , जिसमे उन्होंने कहा कि लोग शारीरिक दूरी बनाएं, मास्क और हाथ को साबुन से धोते रहे। साथ ही अनावश्यक रूप से घर के बाहर न निकले।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद देशभर में लोगों ने दीया और मोमबत्ती जलाकर एकजुटता का सबसे बड़ा संदेश दिया था , इस दौरान लोगों ने अपने घरों के बाहर और खिड़कियों पर दीये और मोमबत्तियां जलाईं, पूरे देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में एकजुटता का संदेश दिया।
कोरोना का संक्रमण बेशक फैल रहा है, फिर भी हम विश्वास से भरे हैं। क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों में संक्रमित रोगियों की निरंतर बढ़ती संख्या की तुलना में भारत में इसका प्रकोप काफी सीमित है। यह इसलिए आश्चर्यजनक है, क्योंकि भारत न केवल अधिक जनसंख्या घनत्व वाला एक विकासशील देश है, बल्कि यहां सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी ढांचागते सुविधाएं एवं संसाधन भी सीमित हैं।
साथ ही डॉ महेश शर्मा ने प्रधानमंत्री के फैसले को देश वासियों के हित के लिए बताया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में जारी लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है।’ यह निर्णय भारतवासियों की स्वास्थ्यरक्षा को ध्यान में रख कर किया गया है। उनकी अपील को ध्यान में रखते हुए सबको लॉकडाउन का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी पर विजय पाने के लिए भारत की सामूहिक संकल्प शक्ति अवश्य कामयाब होगी। संकट की इस घड़ी में सारा देश सतर्कता, सुरक्षा, सहयोग एवं वयं राष्ट्रे जागृयाम के भाव के साथ एकजुट खड़ा है। यही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।
डॉ महेश शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के जरिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश को बढ़े अनर्थ रास्ते से बचा लिया है। अगर लॉकडाउन नहीं किया जाता तो आज हमारे देश की स्थिति अन्य देशों की तरह होती। अन्य देशों की तुलना में हमारा देश बहुत बेहतर स्थिति में हैं। जब तक वैज्ञानिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं बना लेते, तब तक हमें इसे बचने के लिए दो गज की दूरी बना कर रखनी होगी। मतलब संक्रमण से बचाव के लिए हमें सोशल डिस्टेंसिग के साथ टीका विकसित होने तक पालन करना होगा। देशों की तुलना में बहुत बेहतर है।
उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी जैसी विपत्ति हमारे देश पर आएगी, इसकी किसी को भनक ही नहीं थी। इसके बावजूद दिसंबर में चीन के वुहान में इस संक्रमण के फैलने के एक माह बाद ही भारत में पहला व्यक्ति संक्रमित मिला था। तभी मोदी सरकार इस संक्रमण को लेकर सतर्क हो गई थी। उस समय हमारे पास कोरोना की टेस्टिंग की एक मात्र लैब थी, लेकिन अब इस महामारी के पैर फैलाते ही इतने कम समय में अनेक लैब बन चुकी हैं।
हमारे पास मास्क बनाने की एक फैक्ट्री नहीं थी, लेकिन इतने दिनों में सैकड़ों की संख्या में देश में कंपनियां मास्क तैयार कर रही हैं। इस संकट में हम पीपीई, वेंटिलेटर आदि का निर्माण भी कर रहे हैं। आज के समय में हमारे पास एक लाख से ज्यादा वेंटिलेटर है, साथ ही कोरोना के मरीजों के लिए 3 लाख से ज्यादा बेड़ हमारे पास है। इस लॉकडाउन में हमारी सरकार अनेक तैयारियां कर चुकी है। अब देश के प्रधानमंत्री का ध्यान सिर्फ वैक्सीन पर है।
डॉ महेश शर्मा ने कहा कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग आसानी से वायरस का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। कोराना वायरस की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोग भी वहीं हैं, जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है, जो कि बच्चों और बुजुर्गों में आम तौर पर देखा जाता है। जब कोई संदिग्ध मरीज आता है, तो सबसे पहले में खुद जाता हूँ, जिससे हमारे हॉस्पिटल में काम कर रहे कोरोना योद्धा डरे नहीं बल्कि उसके खिलाफ मजबूती लड़ें। जिससे उस मरीज को कोरोना से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के सांसद के साथ साथ मैं पेशे से डॉक्टर भी हूँ, इसलिए एक सलाह देता हूँ कि आप मास्क पहने, हाथों को धोते रहे, हाथों से चेहरे को न छुएं, एक दूसरे से फिजिकल दूरी बनाकर रखे।
गौतमबुद्ध नगर में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को लेकर सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि अभी भी स्थिति कंट्रोल में है। खासबात यह है कि कोरोना से अभी तक जिले में एक भी मौत नहीं हुई है। कोरोना मरीजों का इलाज जारी है, ज्यादा से ज्यादा मरीज ठीक हो रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे जिले में 2 लाख झुग्गियां है, 128 बिल्डिंग है। जिसको देखकर लगता है कि अभी भी स्थिति कंट्रोल में है। साथ ही उन्होंने कहा की कैलाश अस्पताल की तीन ब्रांच जिला प्रशासन के लिए है। जिला प्रशासन कोरोना मरीजों के लिए तीनों ब्रांच का इस्तेमाल कर सकता है। वही पूरे जिले में एक लाख से ज्यादा लोगों को रोज खाना खिलवाया जा रहा है।