नई दिल्ली :– गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली की सीमाओं पर हलचल तेज हो गई है। गाजीपुर बॉर्डर पर कल शाम से शुरू हुई हलचल आज भी बनी हुई है। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के बीच गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर कई घंटे तक हाई-वोल्टेज ड्रामा चला।
पुलिस ने गुरुवार रात प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने की कोशिश की, मगर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत प्रदर्शन जारी रखने पर अड़े रहे। इधर, शुक्रवार सुबह रालोद नेता जयंत चौधरी किसानों के समर्थन में यूपी गेट पहुंचे हैं, जहां राकेश टिकैत भी उनके साथ हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि वह भारत सरकार से बात करेंगे और इस प्रदर्शन स्थल से नहीं हटेंगे।
वही दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की. साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से की गई पानी की व्यवस्था का जायजा लिया. सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि मुझे सीएम अरविंद केजरीवाल ने भेजा है. कल रात आपकी बात हुई थी तो पानी की सप्लाई की गई।
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है और कोई ज़रूरत हो तो हम तैयार हैं. उन्होंने कहा कि पेट इंटरनेट से नहीं, रोटी से भरता है. आज कुछ पूंजीपतियों के दबाव में किसान को गद्दार कहा जा रहा है. जिस सरदार को कट्टर देशभक्त माना जाता है उसको गद्दार कहा जा रहा है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से राकेश टिकैत की बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि पानी की दिक्कत हो रही है, तो हमने यहां पानी की व्यवस्था की है. मैं इसी का निरीक्षण करने आया था. हमारी तरफ से किसानों को पूरा समर्थन है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो किसान देश को रोटी देता आया उसको हिंसक कहा जा रहा है. देशभक्त कौम सरदार को पहली बार गद्दार कहा जा रहा है टिकैत साहब को गद्दार कह रहे हैं।