लीला सीरियल पर हिंदू धर्म की भावनाओं को आहत करने का लगा आरोप, जंतर मंतर पर किया विरोध प्रदर्शन

Abhishek Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews New Delhi :

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नई दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर आज राष्ट्र निर्माण पार्टी द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें नेटफ्लिक्स पर चल रही वेब सीरीज ‘लीला’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। राष्ट्र निर्माण पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि एमजे अकबर के बेटे प्रयाग अकबर द्वारा लिखित पुस्तक लीला के आधार पर लीला नाम से एक ऑनलाइन सीरियल तैयार किया गया है। जिसे नेटफ्लिक्स पर दिखाया जा रहा है। अभी तक इसके 6 एपिसोड रिलीज हो चुके हैं।



कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस सीरियल में आर्य संस्कृति को बहुत ही अवैध रूप से प्रदर्शित किया गया है। जिस काल्पनिक राज्य का वर्णन है वह आर्यव्रत कहलाता है। वहां के निवासी आर्य बहुत ही झगड़ालू असहिष्णु एवं अपराधिक प्रवृत्ति के दिखाए गए हैं। वे अंधविश्वासी तथा बहुत सी गलत परंपराओं का पालन करते हैं, उनकी महिलाओं की कुछ परिस्थितियों में कुत्तों के साथ शादी करा दी जाती है।

इस सीरीज में शूद्र और दलित लोगों को आर्यों द्वारा छोड़े हुए जूठन को अपने शरीर पर लगाने के लिए बाध्य किया जाता है। ब्राह्मणों का समाज पर पूरा नियंत्रण रहता है तथा वे उनके नियमों को ना मानने वाले दूसरों व मुस्लिमों पर अत्याचार करते हैं और उनके साथ मारपीट करते हैं। अपने समाज से बाहर शादी करने वाली महिलाओं के बच्चे का अपहरण कर लिया जाता है तथा ऐसी महिलाओं को किसी निर्जन स्थान में बने हुए शुद्धि शिविरों में रखा जाता है जिससे कि वे अपने किए का पश्चाताप कर सकें।

उनका कहना है कि उन्हें मानसिक रूप से कमजोर करने के लिए उनके साथ मारपीट दुर्व्यवहार सामान्य प्रक्रिया है।साथ ही उन्हें ऐसी दवाइयां दी जाती है जिससे मानसिक रूप से विक्षिप्त हो जाती हैं। इस पूरी व्यवस्था को संभालने वाले जो प्राय उच्च वर्ग के होते हैं वह ऐसी महिलाओं का दैहिक शोषण भी करते हैं ।

इस सीरियल में गांधी और आर्य को एक दूसरे का विरोधी दिखाया गया है । कश्मीरी मुस्लिमों के साथ भी आर्यों का अच्छे व्यवहार नहीं है। दूषक लोगों को आजादी के नारे लगाते हुए दिखाया गया है । नक्सलियों के नारे भी दिखाए गए हैं। वैसे यह सब कल्पना पर आधारित कहानी है, किंतु पूरी कल्पना आर्य धर्म के लोगों को ध्यान में रखकर की गई है। जिसमें हिंदुओं का उच्च वर्ग सारे अत्याचारों का जनक है,किंतु दूषक वह मुस्लिम पीड़ित हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि यह पूरा सीरियल ही एक सोची-समझी साजिश के तहत टुकड़े-टुकड़े गैंग द्वारा भारतीय धर्म के अनुयायियों को बदनाम करने के लिए बनाया गया है।

जिससे कि दूसरे देशों में भारत एवं भारतीय संस्कृति के प्रति घृणा का वातावरण पैदा किया जा सके । उनका कहना है कि राष्ट्रीय निर्माण पार्टी इस सीरियल पर रोक लगाने की मांग करती है और इस को दिखाने वाली नेटफ्लिक्स कंपनी पर तथा इस प्रकार की पुस्तक पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।उनकी मांग है कि इससे अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता के नाम पर किसी को भारत भारतीय धर्म एवं संस्कृति के विरुद्ध षड्यंत्र करने व करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जा सकती , नहीं दी जानी चाहिए।

उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि यदि आपके द्वारा इस विषय में कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी तो राष्ट्र निर्माण पार्टी एक देशव्यापी आंदोलन चलाने के लिए बाध्य होगी।

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