खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यमुना बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वहां से विस्थापित कर दिया है। उनके लिए रिलीफ कैंप बनाए गए हैं। जिसका निरीक्षण दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने किया।
कैलाश गहलोत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि हाथी घाट और कंचन कॉलोनी में लगाए गए राहत कैंप का निरिक्षण किया।
यमुना के बाढ़ प्रभावित इलाके से निकाले गए लोगों से गहलोत ने बातचीत भी की। साथ ही इलाके के डीएक को निर्देश भी दिए कि इन कैंप्स में राहत सामग्री की उपलब्धता हो इस बात को सुनिश्चित किया जाए।
आपको बता दें कि दिल्ली में सोमवार शाम को यमुना नदी में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया, जिसके बाद अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले दस हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के हथिनीकुंड बांध से और पानी छोड़े जाने के कारण नदी में जल स्तर और बढ़ सकता है।
निचले इलाकों में रह रहे लोगों को दिल्ली सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा बनाए गए दो हजार से अधिक टेंट में भेजा गया है। यमुना नदी पर बने पुराने लोहे का पुल को अधिकारियों ने सड़क और रेल यातायात के लिए बंद कर दिया है। क्योंकि पानी का स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से अधिक हो गया है।