ग्रेटर नोएडा में उधमी पार्क बनने से लाखो बेरोजगारों का संकट होगा दूर, एमएसएमई मंत्री ने की घोषणा 

ABHISHEK SHARMA

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Greater Noida :उत्तर प्रदेश मंत्री परिषद् सदस्य सिद्धार्थ नाथ सिंह व राज्य मंत्री उदयभान सिंह ने लघु उद्योग भारती उत्तर प्रदेश के लघु व सूक्ष्म उद्यमियों के साथ एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में बैठक की, जिसमें प्रदेश के लघु व सूक्ष्म उद्यमों की परेशानियों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र 80% रोजगार देने वाला है और आश्वासन दिया कि उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे भारत के लघु व सूक्ष्म उद्योग की किसी भी सूरत में अनदेखी नहीं की जा सकती।  

हमें लघु और सूक्ष्म उद्योगों को सम्मान के साथ आगे बढ़ाना है, जिससे से अधिक रोजगार पैदा हों और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 5 ट्रिलियन इकोनामी का सपना साकार हो। जबकि उत्तर प्रदेश को एमएसएमई के जरिए 8 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने का लक्ष्य है। छोटे उद्योग कम पूंजी में शुरू होते हैं और ग्रामीण परिवेश में सेमी स्किल्ड कर्मी अपने परिवार के पोषण के लिए इन में काम करके स्वयं का तथा देश और समाज का भला करते हैं।

लघु उद्योग भारती के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष जनक भाटिया ने अपने संबोधन में  सरकार द्वारा एमएसएमई की परिभाषा बदलने के प्रयास को चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि चीन और बहुराष्ट्रीय (मल्टीनेशनल) कंपनियां नहीं चाहती कि भारत का लघु उद्योग तरक्की करे। इससे उनका बाजार में एकाधिकार प्रभावित होता है। वे चाहते हैं कि सभी लघु उद्योग बंद हो जाएं और मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए बाजार खाली कर दें। इसके लिए वे साम-दाम-दंड-भेद की नीति पर उतर आये हैं और चाहते हैं कि किसी तरह सरकार को एक मृग मरीचिका दिखाकर छोटे व सूक्ष्म भारतीय उद्योगों को बंद कराया जाए।

जिससे उनके प्रोडक्ट अमेजॉन, स्नैपडील आदि कंपनियों के माध्यम से बाजार में अपना स्थान बना सके। लेकिन भारत के उद्योग और व्यापार का मूल आधार सूक्ष्म व लघु उद्योग है। इसलिए अभी तक विषम परिस्थितियों में भी भारत में मंदी का वह दौर नहीं आया जो अन्य विकसित देशों में आया है। वहां के उद्योग और उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। अमेरिका जैसे विकसित देश आज मंदी की मार से जूझ रहे हैं। भारी संख्या में कंपनियों से नौकरियों में कटौती की जा रही है। 10 बड़े उद्योगों को समेटकर 5 फैक्ट्रियों में समायोजित किया जा रहा है, लेकिन भारत की अर्थ व्यवस्था इस दौर में भी अगर अच्छी परफॉर्मेंस दे रही है, तो इसके लिए लघु उद्योग भारती देश की जनता, लघु उद्योग एवं छोटे व्यापारियों को धन्यवाद ज्ञापित करती है।

जनक भाटिया ने अपनी पॉवर पॉइंट प्रस्तुति का उल्लेख करते हुए माननीय मंत्री को बताया की लघु उद्योग भारती उत्तर प्रदेश एक प्रस्ताव  द्वारा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अंतर्गत 700 एकड़ क्षेत्र लघु उद्यमी पार्क के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है, जिसमें दो से ढाई हजार करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश होगा, जिसमें जमीन की कीमत सम्मिलित नहीं है। इससे एक से सवा लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा ।

इस इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार मे प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल व एमएसएमई आयुक्त गौरव दयाल (आईएएस) ने भी उद्यमियों को आश्वस्त किया कि आपका दृष्टिकोण (विजन) और आपके विचार प्रदेश और राष्ट्र हित में है। इसको जल्दी ही अमलीजामा पहनाते हुए आपको खुशखबरी दी जाएगी

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