नमामि गंगे: यमुना नदी के संरक्षण और विकास कार्यों पर हुई समीक्षा बैठक

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नई दिल्ली, 2 मार्च: दिल्ली में चल रही विकास कार्यों और परियोजनाओं की समीक्षा को लेकर आज नमामि गंगे मिशन की टीम ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की। बताया गया कि पूर्व में हुई समीक्षा बैठक के मुक़ाबले इस बार लगभग सभी परियोजनाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई हैं।

समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि दिल्ली में सीवरेज प्रबंधन से जुड़ी दो प्रमुख परियोजनाएं का कार्य पूरा हो चुका है। इन परियोजनाओं में भरत नगर से पीतमपुरा तक के राइसिंग मेन लाइन का कार्य भी शामिल है, जिसे अब पूरा कर लिया गया है। इस राइसिंग मेन लाइन की सहायता से करोल बाग, शास्त्री नगर, गुलाबी बाग, रामपुरा, अशोक विहार और केशवपुरम जैसे इलाकों से निकलने वाले सीवेज को टैप कर इसे यमुना में जाने से रोका जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली के झिलमिल कॉलोनी इलाके में क्षतिग्रस्त ट्रंक सीवर को दुरुस्त किया गया है। 

समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि रिठाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और कोंडली सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का 50 फीसदी कार्य पूरा किया जा चुका है, और इन्हें दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। कोंडली सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के शुरू होने के बाद, शाहदरा ड्रेनेज से निकलने वाले पानी की गुणवत्ता में काफी सुधार आएगा। इसके अलावा, रिठाला में पेरिफेरल सीवर की मरम्मत का कार्य अप्रैल 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है। बताया गया कि इसके शुरू होने के बाद अशोक विहार और जहांगीरपुरी जैसे क्षेत्रों से निकलने वाले सीवेज को टैप करने में बहुत मदद मिलेगी। वहीं, रिठाला क्लस्टर के एसटीपी को भी अपग्रेड किया जा रहा है जिसका कार्य तेज़ी से चल रहा है। समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि एसटीपी परिसर में लगे पेड़-पौधों के ट्रांसप्लांटेशन की अनुमति मिल चुकी है, जिससे सामने आ रही सभी बाधाओं को अब आसानी से दूर किया जा सकेगा। इसके अलावा, ओखला इलाके में बनाया जा रहा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भी तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है, 565 MLD क्षमता वाला यह संयंत्र भारत का सबसे बड़ा STP होगा। 

बैठक के दौरान बताया गया कि यमुना नदी की सफाई के लिए दिल्ली में 1384.50 MLD की कुल 13 परियोजनाएँ शुरू की गई हैं, जिनके द्वारा यमुना नदी के स्वच्छता अभियान को गति दी जाएगी। 

बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्र ने की। इस दौरान कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के कार्यकारी निदेशक श्री अशोक सिंह एवं श्री डी.पी. मथुरिया, दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य श्री आर.एस. नेगी समेत दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य इंजीनियर्स भी शामिल हुए। 

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