इस्तेमाल किए मास्क के निस्तारण के लिए प्राधिकरण की पहल, नोएडा निवासियों को करना होगा यह काम
Abhishek Sharma
पूरे विश्व में फैली महामारी कोरोना वायरस ने भारत में भी हाहाकार मचा रखा है। यहां मरीजों की संख्या 9 हजार से पार हो गई है। राज्य सरकारों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर कई जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। मास्क एवं सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
हालांकि इस्तेमाल किए हुए मास्क को सही प्रकार से नष्ट करना बड़ी चुनौती है। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने एक पहल शुरू की है। यहां के निवासियों द्वारा इस्तेमाल किए गए मास्क एवं ग्लव्स के निस्तारण के लिए नोएडा प्राधिकरण ने एक एजेंसी को जिम्मा सौंपा है।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है। नोएडा के निवासियों द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क एवं ग्लव्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कि अच्छी पहल है।
आवास एवं शहरी मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुसार प्रयोग किए जाने वाले मास्क एवं ग्लव्स का साइंटिफिक तरीके से निस्तारण करना बेहद अनिवार्य है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा समस्त नोएडा वासियों से अनुरोध है कि उनके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मास्क एवं ग्लव्स को घरों से कूड़ा उठाने वाली मैसर्स एजी इन्वायरो इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड की गाड़ी को अलग से किसी पैकेट में रखकर सौंपे।
मैसर्स एजी इन्वायरों इंफ्रा प्रोजेक्ट द्वारा अलग से एकत्रित किए गए सभी मास्क एवं ग्लव्स को प्राधिकरण द्वारा मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने वाली दूसरी मैसर्स सिनर्जी के माध्यम से साइंटिफिक तरीके से निस्तारित किया जाएगा।