मेरी लड़ाई अंधेरी गलियों और टूटी सड़कों से है : पंखुड़ी पाठक
टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (18-01-22): उत्तर प्रदेश में चुनावी रणभेरी बज चुकी है और आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है।
सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग अलग हथकंडे अपनाने में लगे हैं, जँहा एक तरफ प्रदेश की योगी और भाजपा सरकार सुरक्षा व्यवस्था, राम मंदिर, एयपोर्ट, हाईवे सहित कई अन्य विकास कार्यों को गिनाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है।
तो वहीं दूसरी तरफ ‘समाजवादी पार्टी’ के मुखिया अखलेश यादव अपने पिछले कार्यकाल, युवाओं को रोजगार, अल्पसंख्यको के हितों की रक्षा आदि मुद्दों पर मैदान में डटी है।
यदि बात ‘कांग्रेस’ की करें तो कांग्रेस की कमान पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा के हाथों में है,और वह महिलाओं ,बेटियों की बात कर रही हैं।अपने सभी चुनावी भाषणों में ‘बेटी हूँ लड़ सकती हूं ‘का नारा दिया है, टिकट बंटवारे में भी महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है।
‘बासपा’ की नैया हरबार की तरह इसबार भी कुमारी मायावती के कंधों पर है, जो इसबार दलित और ब्राह्मणों का समीकरण साधने में लगी है।
इन्ही आरोप, प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस से नोएडा प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक ने अपने डोर टू डोर प्रचार अभियान के दौरान आम लोगों के बीच नारा देते हुए कहा कि “मेरी लड़ाई इन अंधेरी गलियों, टूटी सड़कों और खुली नालियों को हराने की है, सालों से इन लागों ने बेहतर जीवन का इंतज़ार किया है, अब उस बदलाव का समय आ गया है नोएडा की झुग्गियों में मूलभूत सुविधाएं पहुंचाना मेरी प्रतीज्ञा है ।”