रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर नोएडा में 5 युवकों से ठगे 3 लाख रुपये
Lokesh Goswami Ten News
हाईटेक कहे जाने बाले नॉएडा शहर में हर रोज हो रहा है नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा लेकिन तमाम कोशिशों और धर- पकड़ के बाद भी पुलिस प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच युवकों से ठगी करने का मामला सामने आया है।
ठगी के शिकार हुए 5 युवक एक ही परिवार से हैं जिनका आरोप है कि जालसाजों ने 1 महीने में ट्रेनिंग और जोइनिंग लेटर दिलाने का झांसा दिया था।
उन्होंने बताया कि दो माह बाद भी उनकी नौकरी नहीं मिली तो सोमवार को पांचों युवक शिकायत लेकर कोतवाली सेक्टर 20 पहुंचे। युवकों ने इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मामले की शिकायत की। ये युवक जिला बागपत निवासी कमलेश और राहुल हैं जो रिश्ते में चचेरे भाई हैं साथ ही कमलेश ने बताया कि दोनों ग्रेजुएट हैं।
उन्होंने मई में एक अखबार में रेलवे में नौकरी दिलाने का एक विज्ञापन देखा था। राहुल ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर फोन किया तो एक युवक ने फोन उठाया तो उसने अपना नाम अवधेश सिंह बताया। बातचीत करने पर आरोपी युवक ने बताया कि नौकरी लग जाएगी इसके बाद आरोपित ने पढ़ाई के सारे डाक्यूमेंट्स तैयार रखने को कहकर फोन काट दिया।
कमलेश ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अपने गाजियाबाद में रहने वाले ममेरे भाई सचिन बुआ के बेटे पवन और एक चचेरे भाई अंकुर को भी रेलवे में नौकरी के बारे में बताया।
तीनों उसकी बात सुनकर तैयार हो गए कमलेश ने बताया कि 14 मई को जालसाझ अवधेश को फोन पर बताया कि वह 5 लोगों हैं अवधेश ने कहा कि रेलवे के अलग-अलग विभाग में लगवा दूंगा लेकिन 1 व्यक्ति का 50 हजार खर्चा आएगा साथ ही कहा कि पांचों के फ़ाइल चार्ज 50 हजार रुपये लग जाएगा उस की बातो से सब तैयार हो गए कमलेश ने बताया कि आरोपित ने 23 मई को उन पांचों को नॉएडा के नया बांस स्थित एक कमरे पर बुलाया वहां आरोपित ने उनसे पढ़ाई के सभी डाक्यूमेंट्स और 3 लाख रुपये ले लिए ।
कमलेश ने बताया 1 माह गुजर जाने के बाद आरोपित का कुछ पता नहीं चला जब हम नया बॉस पहुंचे तो उस कमरे पर ताला लगा हुआ था।
इस मामले में सरकारी नौकरी में जुगाड़ लगाने की युवकों की कोशिश न सिर्फ नाक़ाम रही बल्कि उन्हें अपने पैसों से भी हाथ धोना पड़ा। नोएडा में ऐसे कई मामले रोज सामने आते रहते हैं और युवकों को नौकरी के मामलों में जरूरी एहतियात बरतने की आवश्यकता है।