नोएडा में पार्किंग माफिया फिर हुआ सक्रिय
NOIDA ROHIT SHARMA
नॉएडा शहर में प्रशाशन,सिविल सोसाइटी और पत्रकारिता के गठजोड़ चाहे कितने ही मज़बूत बनते रहें ,परंतु आपराधिक छवि के लोग कोई न कोई रास्ता निकाल कर अपना गोरखधन्दा चला ही लेते हैं , सामाजिक कार्यकर्ता एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री रंजन तोमर द्वारा पार्किंग ठेकेदारों और प्रशाशन पर लगे गंभीर आरोपों के बाद प्रशाशन जागा था और पार्किंग शुल्क 14 घंटो के लिए 20 रुपए निर्धारित किये गए थे , साथ ही सभी आधिकारिक पार्किंग स्थलों पर ठेकेदारों के नाम और पार्किंग शुल्क संबंधी जानकारी दी गई थी !
पार्किंग माफिया ने इससे भी बचने के रास्ते निकाल लिए हैं
समाजसेवी ने भिन्न स्थानों से आरही शिकायतों का अवलोकन किआ एवं लगभग सभी जगह ठेकेदारों द्वारा यह चालबाजियां सत्य पाई गई !
रंजन तोमर ने उदहारण के तौर पर कुछ जगह के चित्र भी लिए ,जिनसे साफ़ होता है के किस प्रकार भ्रस्टाचार शहर में अपनी जड़ें जमा चुका है !
पहली तस्वीर सेक्टर 18 के के एफ सी रेस्टोरेंट के सामने वाले बोर्ड की है जिसमें न ठेकेदार का नाम है और उसपर लिखे शुल्क सुनियोजित ढंग से मिटाये गए हैं ,तस्वीर में साफ़ है के जहाँ जहाँ पैसे लिखे गए हैं वहां वहां शब्द मिटा दिए गए हैं !
दूसरी तस्वीर भी नॉएडा के सेक्टर 18 चौखानी स्क्वायर के सामने की है , यहाँ तो बोर्ड ही पुराने शुल्क के समय के लगे हुए हैं , जो बदले ही नहीं गए !
तीसरी तस्वीर भ्रमपुत्र शॉपिंग काम्प्लेक्स की है जहाँ भी कुछ शब्दों के साथ छेड़ छाड़ की गई है !
चौथी घटना सेक्टर 132 की है जहाँ बोर्ड लगाए ही नहीं गए पर नॉएडा की अधिकृत पार्किंग लिस्ट में यह नाम साफ़ देखा जा सकता है!
सेक्टर 110 की पार्किंग में भी यह ही गड़बड़ी पायी गई
यह घटनाएं सिर्फ चार जगह जाकर श्री तोमर को प्राप्त हुई ,तो बाकी स्थलों पर भी अमूमन यह ही स्थिति बनी हुई है !
यह सब करके ठेकेदार निर्धारित शुल्क से ज़्यादा पार्किंग वसूलते हैं , जो काले पैसे के रूप में न जाने देश को कितना नुकसान करता है चूँकि इसका कोई टैक्स भी नहीं जाता !
उपर्युक्त बातो से यह तो साफ़ है के ठेकेदारों ने शहर में माफिया राज़ चलाया हुआ है और जिस तरह से प्रशाशन ने आँखें मूंदी हुई हैं , ऊँगली नॉएडा प्राधिकरण पर भी उठती है !