नोएडा : प्राधिकरण द्वारा पानी के शुल्क में 7.5 फीसदी बढोतरी पर निवासी नाराज, विधायक को लिखा पत्र
Abhishek Sharma
कोरोना वायरस के चलते आगामी 17 मई तक जारी लॉकडाउन के बीच शहरवासियों को नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की दोहरी मार पड़ी है। पानी के बिल की दरों में बदलाव कर 7.5 फीसद की बढ़ोतरी कर दी है।
बढ़ी दरें एक अप्रैल से लागू हो चुकी है। यह दरें आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत व वाणिज्यक के अलावा ईडब्ल्यूएस, श्रमिक कुंज जैसी सभी संपत्तियों पर लागू होंगी।
इस बार रेट बढ़ाने को लेकर लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि प्राधिकरण को यह बढ़ोतरी वापस लेनी चाहिए।
सेक्टर 50 आरडब्ल्यूए अध्यक्ष विमल शर्मा का कहना है कि कोरोना के संकट के समय पूरी दुनिया परेशान है। ऐसे में रेट बढ़ाना गलत है। प्राधिकरण को ये बढ़ोतरी वापस लेनी चाहिए। प्राधिकरण साफ पानी तो उपलब्ध नहीं करा पा रहा है और रेट बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में आय के सभी स्रोत बंद हो गए हैं। दूसरी ओर हम अपने घरेलू सहायकों और उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों या छोटे या बड़े प्रतिष्ठानों में वेतन देने के लिए मजबूर हैं। अगर यही स्थिति आगे और अधिक समय तक बनी रही तो हम बहुत मुश्किल दिनों की कल्पना कर सकते हैं, जो कि हम निकट भविष्य में सामना करने जा रहे हैं।
नोएडावासियों द्वारा सामना की जा रही इन सभी कठिनाइयों के अलावा, 7.5% तक पानी के शुल्क में बढ़ोतरी ने हमारे कंधे पर एक अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। उन्होंने नोएडा विधायक पंकज सिंह को पत्र लिखकर इस पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।