नोएडा में हुई डेढ़ साल पहले प्रवीश चनम की रहस्यमयी मौत ने पकड़ा तूल , परिजनों ने की हाईकोर्ट जाने की तैयारी
Rohit Sharma (Photo/Video) By Lokesh Goswami Ten News
नोएडा में हुई डेढ़ साल पहले मणिपुरी छात्र प्रवीश चनम की रहस्यमयी मौत का मामला फिर से तूल पकड़ने जा रहा है , जी हाँ मृतक प्रवीश के परिजन इस मामले में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रहा है | दरअसल 9 सितंबर, 2017 को शाम 6 बजे सेक्टर-31 मोटर मार्केट के पास लोगों ने एक युवक को बेसुध पड़ा देखा। काफी देर तक उसके शरीर में हरकत न होने पर पुलिस को सूचना दी गई थी । पुलिस ने युवक को जिला अस्पताल भिजवाया , जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वही इस मामले में कुछ महीने बीत जाने के बाद पुलिस ने मणिपुरी छात्र प्रवीश चनम को लावारिस मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया | साथ ही इस मामले में कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने जाँच बंद कर दी |
वही डेढ़ साल बाद बेटे की तलाश में नोएडा पहुंचे प्रवीश के घरवाले एक से दूसरे थाने भटकते रहे, लेकिन हर जगह जानकारी न होने की बात कही गई। कई दिन बाद थाना सेक्टर-20 से उन्हें प्रवीश के साथ हुई घटना का पता चला। उसकी रहस्यमयी मौत पर मणिपुरी के तत्कालीन सीएम ने ट्वीट करके सीएम योगी आदित्यनाथ से जांच कराने की मांग की।
पुलिस के मुताबिक, घटना वाले दिन वह दिल्ली से अपने 3 दोस्तों के साथ कैब से एक कंसर्ट में हिस्सा लेने ग्रेटर नोएडा आया था। कंसर्ट खत्म होने के बाद देर रात आयोजकों को प्रवीश बेसुध हालत में मिला। वे उसे ग्रेटर नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय करीब 30 किलोमीटर दूर नोएडा में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे और अज्ञात के रूप में भर्ती कराकर चुपके से चले गए। अगले दिन 9 सितंबर को प्रवीश सुबह करीब 6:30 बजे अस्पताल से निकला और लापता हो गया।
उसी शाम करीब 6 बजे उसका शव अस्पताल से करीब 300 मीटर दूर मिला। उसके शरीर पर चोट के कई निशान थे। इसके बावजूद नोएडा पुलिस ने उसकी पहचान नहीं कराई और लावारिस मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
प्रवीश की बहन लिन फान ने बताया कि हमने सीबीआई जांच करवाने के लिए मणिपुर के सीएम के माध्यम से पत्र भिजवाया, लेकिन सीबीआई ने इसे सामान्य मामला बताते हुए केस हाथ में नहीं लिया। वहीं, थाना सेक्टर-20 पुलिस ने इसे हादसा मानकर केस बंद कर दिया। प्रवीश के शरीर पर कई जगह चोटें थी और किसी ने उसके साथ हादसा होते नहीं देखा। यह स्वाभाविक मौत नहीं थी। फ़िलहाल इस मामले में अब परिवार इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है।
वही इस मामले में सेक्टर 20 थाना के प्रभारी मनोज कुमार पंत का कहना है की मामले की जांच पहले ही बंद हो चुकी है। नियमानुसार अब दोबारा मामला नहीं खोला जा सकता।