धरना स्धल पर नही पहुंचे किसान, नोएडा-दिल्ली बाॅर्डर पर एक मार्ग खोला गया
ABHISHEK SHARMA
नए कृषि कानून के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने किसानों की महापंचायत बुधवार को सेक्टर-14 ए स्थित चिल्ला बार्डर (नोएडा प्रवेश द्वार) पर बुलाई थी, लेकिन किसानों के धरना स्थल पर नहीं पहुंचने की वजह से संगठन पदाधिकारियों को महापंचायत को स्थगित करना पड़ा।
हालांकि संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी सतीश ने डिजिटल प्लेटफार्म के जरिये देर शाम किसान पंचायत करने का दावा किया था, लेकिन यह योजना भी धरी रह गई, उल्टा संगठन को शाम साढ़े पांच बजे चिल्ला बार्डर पर दिल्ली से नोएडा आने वाले मार्ग को खोलना पड़ा।
बुधवार को भानु गुट की ओर से किसान महापंचायत में आगरा, मथुरा, एटा, कासगंज, मैनपुरी, इटावा, लखनऊ, बाराबंकी तक के किसानों को शामिल होना था। किसानों का जत्था यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते जेवर टोल तक पहुंच गया, लेकिन यहां से पुलिस प्रशासन ने किसानों को चिल्ला बार्डर पर जाने से रोक दिया।
इस मामले की जानकारी जब भारतीय किसान यूनियन (भानु) प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह को लगी, तो वह खुद ही कुछ किसानों को लेकर जेवर टोल प्लाजा से किसानों को धरना स्थल पर लाने के लिए पहुंच गए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि किसान-पुलिस के बीच टोल प्लाजा पर बढ़ते बवाल को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने योगेश प्रताप को ही टोल प्लाजा पर बैठा लिया।
कहा कि यह मौके पर उपस्थित किसान तो धरना स्थल पर नहीं जाएंगे। इन्हें वापस जाना होगा, यदि आप को धरना स्थल पर अब वापस जाना है तो चिल्ला बार्डर पर एक मार्ग खुलवाना पड़ेगा। काफी गहमागहमी के बाद रास्ता खोलने पर सहमति जता दी। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने योगेश प्रताप सिंह को वापस आने दिया।
योगेश प्रताप के धरना स्थल पर पहुंचते ही कोर कमेटी की एक बैठक धरनास्थल पर बुलाई गई। जिसमें आंदोलन की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई, इसमें चिल्ला बार्डर पर एक मार्ग खोलने की सहमति दे दी गई।