दीपावली के बाद प्रदूषण – कुछ अनुत्तरित सवाल – श्रवण कुमार शर्मा

The study, which covered 1,600 cities, also said that India has 13 of the 20 cities with the worst air quality worldwide.
Pollution levels in Indian cities have often been compared to Chinese counterparts such as Beijing, notorious for the smog that prompted some Anglophone residents to dub it “Greyjing”.
Delhi has recorded the highest level of pollution post-Diwali this year followed by Kolkata where the SPM level was 417 mg per cubic metre, and Chennai at 320 mg per cubic metre.
उक्त से हमें अंदाज लग सकता है कि दीपावली के बाद हमारे शहरों की स्थिति क्या बन गयी है.क्या हम एक जुम्मेदार समाज और राष्ट्र के रूप में सोच सकते हैं ? क्या हमारे पास कोई धर्म और संस्कृति के स्तर पर कोई नेतृत्व है ? दीपावली पूजन के बारे में अनेक कार्यक्रम टीवी चैनलस पर होते हैं , कोई भी पंडित या संत लोगों को यह क्यों नहीं बताता कि इतने पटाखें चलाना धर्मविरुद्ध है , इससे प्रकृति कुपित होती है और लक्ष्मी ऐसे दूषित वातावरण से दूर चली जाती हैं.सफाई अभियान का क्या हुआ ? क्या हम इसे भूल गये ?दीपावली पर दान के महत्त्व की बात पंडित और संत क्यों नहीं करते . क्या दीपावली के धार्मिक स्वरुप पा बाजार हावी हो गया है ?
Comments are closed.