प्रधानमंत्री मोदी ने एआईयू की 95वी वार्षिक बैठक को किया सम्भोदित, यूनिवर्सिटीज को एकजुट होकर काम करने के लिए किया प्रेरित

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आज प्रधानमंत्री मोदी ने डा. भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर एआईयू की 95th AGM एवं एनुअल कांफ्रेंस ऑफ़ VCs को सम्बोधित किया|

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के व्यक्तित्व पर किशोर मकवाना द्वारा लिखी गयी एक किताब के चार खंडो का विमोचन किया|

बाबासाहेब को नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, डॉक्टर आंबेडकर कहते थे- “मेरे तीन उपास्य देवता हैं। ज्ञान, स्वाभिमान और शील”। यानी, Knowledge, Self-respect, और politeness| जब Knowledge आती है, तब ही Self-respect भी बढ़ती है, Self-respect से व्यक्ति अपने अधिकार, अपने rights के लिए aware होता है, और Equal rights से ही समाज में समरसता आती है, और देश प्रगति करता है| 

NEP के सन्दर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा, डॉ राधाकृष्णनन ने एजुकेशन के जिस पर्पस की बात कही थी वही इस NEP के कोर में दिखता है| प्रधानमंत्री ने आगे कहा NEP जितनी प्रैक्टिकल है उतना ही प्रैक्टिकल इसका इम्प्लीमेंटेशन भी है|

स्टूडेंट्स की प्रतिभा को निखारने का सुझाव देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “हर स्टूडेंट का अपना एक सामर्थ्य होता है, क्षमता होती है। इन्हीं क्षमताओं के आधार पर स्टूडेंट्स और टीचर्स के सामने तीन सवाल भी होते हैं। पहला – वो क्या कर सकते हैं? दूसरा – अगर उन्हें सिखाया जाए, तो वो क्या कर सकते हैं? और तीसरा – वो क्या करना चाहते हैं|”

“एक स्टूडेंट क्या कर सकता है, ये उसकी inner strength है। लेकिन अगर हम उनकी inner strength के साथ साथ उन्हें institutional strength दे दें, तो इससे उनका विकास व्यापक हो जाता है। इस combination से हमारे युवा वो कर सकते हैं, जो वो करना चाहते हैं|”

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश में स्किल्ड युवाओ की बढ़ती भूमिका और डिमांड को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा की AI, IOT, बिग डाटा, 3d प्रिंटिंग, VR जैसी इमर्जिंग टेक्नोलॉजीस में भारत को फ्यूचर सेंटर के रूप में देखा जा रहा है, इन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए देश के तीन बड़े शहरों में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्किल्स की स्थापना की जा रही है|

“शिक्षा में टेक्नोलॉजी के ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल के लिए, NEP में नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फोरम (NETF) का प्रावधान किया गया है|”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा की हम चाहते है सारी यूनिवर्सिटीज मल्टी डिसकीप्लीनरी बने और स्टूडेंट्स को फ्लैक्सिबिलिटी मिले जैसे इजी एंट्री एंड एग्जिट|

प्रधानमंत्री ने अंत में इन सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी यूनिवर्सिटीज से एक दूसरे के साथ तालमेल बिठा कर काम करने की अपील की|

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