राहुल गाँधी ने नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना , कहा पीएम चाहे तो सुधर सकता है देश का माहौल

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नई दिल्ली : (24/02/2019) लोकसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपनी तैयारी में लगी हुई है , वही दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी बीजेपी सरकार को घेरने में लगी हुई है | जिससे आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जीत सके | दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय समेत दिल्ली के अन्य शैक्षिणक संस्थानों के छात्रों से संवाद के लिए शनिवार को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में ‘शिक्षा: दशा और दिशा’ नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान राहुल गाँधी ने कहा कि अगर नेतृत्व दिशा दे तो सब ठीक होगा। वैसे, हमारे देश का मूल स्वभाव भाईचारे का रहा है।



कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को रोजगार, भ्रष्टाचार, किसानों, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। असहिष्णुता से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संदेश पूरी व्यवस्था में जाता है। नफरत के माहौल में अगर प्रधानमंत्री भाईचारा का संदेश दे तो अपने आप सब ठीक हो जाएगा।

वही इस कार्यक्रम में राहुल गाँधी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा प्रधानमंत्री मोदी के पास युवाओ से बात करने का समय नहीं है। उन्हें केवल युवाओ को रोजगार के नाम पर गुमराह करना आता है।

जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में हुए कार्यक्रम में छात्रों से राहुल ने देश की शिक्षा व्यवस्था में एक खास विचारधारा थोपे जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद पर एक विचारधारा और एक संगठन के लोग बैठाए जा रहे हैं। वे हिंदुस्तान की शिक्षा व्यवस्था को अपना औजार बनाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा सरकार शिक्षा बजट में कटौती की है और वह शिक्षा को निजी समूहों के हाथों में सौंप रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा , कुछ लोग मुझे पसंद करेंगे, कुछ लोग नापसंद करेंगे, लेकिन आप जिसका भी समर्थन कर रहे हैं, उसमें हिम्मत होनी चाहिए कि वो आपके सामने खड़ा होकर आपकी बात सुन सके। आपको गले लगा सके। अगर उसमें हिम्मत नहीं है तो आपको सवाल पूछना चाहिए कि उसमें इतनी हिम्मत क्यों नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा कि पूरी दुनिया आईआईटी की इमारतों से प्रेरित नहीं है बल्कि छात्रों से प्रभावित हुई है। इसलिए हमें छात्रों के बारे में सोचना चाहिए। राहुल गांधी इस कार्यक्रम के तहत युवाओं में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में इसका लाभ मिल सके। आपको बता दे की कुछ ही दिनों पहले पीएम मोदी ने भी स्कूली छात्रों से परिक्षा पर चर्चा की थी।

राहुल गाँधी ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा पीएम हमसे सीधे बहस नहीं कर सकते हैं। साथ ही कहा कि देश में गरीबी , बेरोजगारी का भीषण संकट है जिसे सरकार मानने के तैयार नहीं है। हमें देश से बैरोजगारी को दूर करना होगा। इसके साथ ही राहुल ने राफेल का भी जिक्र कर दिया , जिसमें उन्होंने पीएम से बात करने को कहा।

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