नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ राकेश मिश्र की कविता संग्रहों पर की गई परिचर्चा
Abhishek Sharma
नोएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन के सभागार में प्रो0 अजय तिवारी की अध्यक्षता में नोएडा विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश मिश्र की तीन कविता संग्रहों, जिन्दगी एक कण है, अटक गई नींद तथा चलते रहे रात भर पर साहित्यिक परिचर्चा का आयोजन साहित्यिक संस्था प्रतिबिंब के सौजन्यता के अधीन किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय प्रशासनिक सेवा से निवृत एंव संप्रति कुलाधिपति, गढवाल विश्वविद्यालय योगेन्द्र नारायण रहे । इस दौरान एसीईओ राकेश मिश्र द्वारा अपनी कविता संग्रहों में से कुछ कविताएं पढ़कर सुनाई, जिन्हें सुनकर सभी सभागार में मौजूद लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
उनकी कविताओं पर हिन्दी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर यथा लीलाधर मंडलोई , डा0 सुधा उपाध्याय, प्रियदर्शन आदि के द्वारा विमर्श एवं आलोचना का वक्तव्य दिया गया । इस साहित्यिक समारोह में उक्त तीनों रचनाओं के प्रकाशक सर्वश्री राज कमल प्रकाशन के निदेशक अशोक माहेश्वरी उपस्थित रहे ।
इस साहित्यिक समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के कई प्रवक्ता भी उपस्थित रहे जिनका स्वागत राकेश मिश्र के द्वारा किया गया । इस समारोह के विशिष्ट आकर्षण हिन्दी साहित्य छायावादी कवि जयशंकर प्रसाद के प्रपोत्र विजय शंकर रहे । कविता पर परिचर्चा करते हुए हिन्दी साहित्य के उक्त समालोचकों के द्वारा एसीईओ मिश्र की कविताओं को हिन्दी काव्य के क्षेत्र में एक नई दस्तक की संज्ञा दी गई ।
इस समारोह में नोएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स के अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, नोएडा विकास प्राधिकरण के महाप्रबन्धक राजीव त्यागी, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) दिवाकर सिंह, वरिष्ठ परियोजना अभियंता एस0सी0 मिश्रा, नोएडा एम्पालाईज एसोसिएशन के अध्यक्ष राज कुमार सहित सैकड़ो गणमान्य व्यक्ति एवं काव्य के सुधी श्रोतागण उपस्थित रहे।