प्रेरणा विमर्श 2020 का हुआ समापन, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा – समाज में मीडिया की है अहम भूमिका

गौतमबुद्ध विश्वविधालय ग्रेटर नोएडा में चल रहे तीन दिवसीय प्रेरणा विमर्श 2020 विरासत कार्यक्रम का आज समापन हो गया। समापन सत्र के अवसर पर राजनैतिक और सिनेमा जगत के प्रबुद्ध चेहरे उपस्थित रहे।

प्रेरणा जनसंचार संस्थान एवं गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित मीडिया कॉन्क्लेव एवं फिल्म फेस्टिवल ‘प्रेरणा विमर्श 2020’ के समापन समारोह में लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला पहुंचे l

वही लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की भारतीय संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में मीडिया के सभी माध्यमों की अहम भूमिका है। लोकतंत्र, जनता की आवाज है तो प्रेस उस आवाज को जन-जन तक पहुंचने का सशक्त माध्यम।

स्वतंत्रता समर के दौरान समाचार पत्रों ने जनजागरण में सराहनीय भूमिका निभाई। आज भी मीडिया को सामाजिक बदलाव लाने में सकारात्मक व रचनात्मक भूमिका के निर्वहन की अपेक्षा की जाती है।

सोशल मीडिया की जनमत निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है, परंतु उसकी विश्वनीयता सदैव कसौटी पर रहती है। परंपरागत व सोशल मीडिया को मिलकर समाज व देश में व्याप्त चुनौतियों व समस्याओं के सकारात्मक समाधान की पहल करनी चाहिये।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने वंदे मातरम का नारा लगवाकर समापन समारोह में शामिल प्रबुद्ध जनोंमें उत्साह भर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्षता जैसेविषयों को लेकर भ्रम फैलाया गया है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने धर्म और रिलीजन के भेद को स्पश्ट करते हुए कहा कि दोनों को एक अर्थ में नहीं लिया जा सकता। रिलीजन का आधार पूजा पद्धति है जबकि धर्म में पूजा पद्धति के अतिरिक्त और भी कई विशय सम्मिलित हैं|

सत्र में गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति दृश्टिकोण बदलने की आवश्यकता है।सम्मेलनों में केवल महिलाओं की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए। वहां महिला सुरक्षा वसमस्या, महिला लेखन के स्तर की चर्चा होनी चाहिए। क्योंकि महिला और पुरुष दोनों ही समाज का बराबर का अंग हैं |

उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व में प्राचीन व विशिष्ट है। हमारे वेद,नदियां हमारी विरासत हैं। हमारे संस्कार, वाणी,  विचार अद्भुत हैं।

अभिनेता गजेंद्र चौहान ने कहा कि जब तक हम अपनेदेश, अपने समाज को अपना नहीं समझेंगे, तब तक समाज कीअव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती। ‘‘ये देश मेरा है, बच्चों में ये संस्कार देने की आवश्यकता है| सत्र के प्रारंभ में केशव संवाद पत्रिका के सिनेमा विमर्श और भारतीय विरासत विशेषांक का विमोचन किया गया।

इस अवसर पर निबंध और पत्रकार प्रतिभा खोज परीक्षा के विजेताओं के साथ ही फिल्म फेस्टिवल के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। निबंध प्रतियोगिता में आईएमएस के आयुश श्रीवास्तव, आईआईएमटी की ऋशिता सिंह और आईएमएस की श्वेता आर्या को क्रमश प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार दिया गया। विशेष प्रोत्साहन पुरस्कार दिव्यांग ऋतु श्रीवास्तव को मिला। इसी प्रकार प्रतिभा खोज पुरस्कार वीएनपी मेरठ की अदिति गर्ग, जेआईएमएस की दिशा सिंह और आईएमएस की दिव्या ने प्राप्त किए।

लघु फिल्म पुरस्कार के विजेता आईआईएमटी के ऋशिकेष सिंह और अभिषेक  शर्मा व आईएमएस की जैनब रहीं। इसी प्रकार वृत्तचि़त्र पुरस्कार पीआईएमएस की श्वेता दत्ता, आईआईएचएस की ऋतिका बोरा और डीएमई के उत्सव मिश्र ने झटका। महिला पत्रकार सम्मान के लिए पत्र लेखिकाअनुपमा अग्रवाल, रेडियो जाॅकी रेखा रानी और वरिश्ठ लेखिकाअद्वैता काला को चुना गया। तीन दिन के इस आयोजन में हजारों छात्र-छात्राओं नेभागीदारी की।

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