यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़ित महिलाओं का दर्द सुना, अधिकारीयों को दिए सख्त निर्देश
ROHIT SHARMA
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष ने नोएडा सेक्टर-6 स्थित इन्दिरा गांधी कला केन्द्र में अधिकारियों के साथ महिला अपराध संबंधी मामलों में समीक्षा बैठक की और जन सुनवाई के दौरान घरेलू हिंसा , दहेज हत्या और दहेज उत्पीड़न समेत विभिन्न महिला अपराध संबंधी सात पीड़ित महिलाओं का दर्द सुना। जिनमें विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने बैठक में जिले में बढ़ रहे महिला अपराध की रोकथाम पर बल दिया गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह शिकायत लेकर पहुंचने वाली पीड़ित महिलाओं की समस्या का मौके पर निस्तारण करे।
इसके अलावा महिला संबंधी योजनाओं की पड़ताल कर महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने की हिदायत दी। पेंशन योजना, पारिवारिक लाभ योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मातृ वंदना योजना समेत विभिन्न योजनाओं से महिलाओं को मिलने वाले लाभ को भी परखा।
वर्ष 2019 में हुए महिला अपराधों की समीक्षा कर पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सुबूत पेश कर उन्हें सजा दिलवाने की हिदायत दी। बताया गया कि वर्ष 2019 में 18 महिलाओं की हत्या, 27 दहेज हत्या, 67 दुष्कर्म, 196 अपहरण, 262 दहेज उत्पीड़न और 17 छेड़छाड़ की घटनाएं हुई।
इसके अलावा राशन की शिकायतों पर आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों के भी पेच कसे। वहीं जनसुनवाई के दौरान अध्यक्ष को 7 महिलाओं ने अपनी व्यथा सुनाई। इनमें घरेलू हिंसा , दहेज उत्पीड़न व दुष्कर्म की शिकायत की गई।
आयोग की अध्यक्ष ने पुलिस अधिकारियों को मामलों में तत्काल जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। साथ ही महिला संबंधी अपराधों पर कोताही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान बैठक में एडीएम दिवाकर सिंह, एसपी क्राइम अशोक कुमार सिंह, डीआइओएस नीरज कुमार पांडेय, वेद गुप्ता खण्ड शिक्षा अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी अतुल सोनी, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, अर्चना सिंह एसीएमओ व महिला थानाध्यक्ष समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
Discover more from tennews.in: National News Portal
Subscribe to get the latest posts sent to your email.