प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाना चाहती है रेलवे, पीयूष गोयल ने राज्यों से की अनुमति देने की अपील

Rohit Sharma

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नई दिल्ली :– कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है। इस वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर फंस गए हैं। उनको घर वापस भेजने के लिए बीते कुछ दिनों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे हैं।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर रेलवे बीते छह दिनों से रोजाना 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है।

साथ ही रेल मंत्री ने सभी राज्यों से श्रमिकों को वहां से निकालने और घर वापस लाने की अनुमति देने की अपील की है। इससे कि रेलवे अगले तीन से चार दिनों में सभी को वापस उनके घर पहुंचा सके।

वही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वे उन मुख्यमंत्रियों से बात करें जो राज्य प्रवासी मजदूरों को उनके घर नहीं जाने दे रहे हैं। हालांकि, पवार ने किसी भी राज्य का नाम नहीं लिया।

एनसीपी सुप्रीमो ने ट्वीट करते हुए कहा, “मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से नम्रता पूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे इस मामले में दखल देकर उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करें जो राज्य ऐसे लोगों को वापस नहीं जाने की इजाजत दे रहे हैं।”

शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने आज कहा कि महाराष्ट्र सरकार को लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके मूल स्थानों पर ले जाने के लिए निजी गाड़ियों को अनुमति देनी चाहिए। प्रवासी मजदूरों के अपने गृह नगर पैदल जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए राउत ने कहा कि वे बीमार पड़ रहे हैं और उनमें से कुछ की मौत भी हो गई है।

शिवसेना नेता राउत ने ट्वीट किया, ‘मजदूर वर्ग पैदल ही घर वापस जा रहा है। यह अच्छी तस्वीर पेश नहीं करता है। उनके बच्चे उनके साथ हैं। रेलवे उनके लिए ट्रेनें चलाने को तैयार नहीं है। राज्य सरकार को निजी गाड़ियों को चलाने की इजाजत देनी चाहिए।’

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