citizenship Amendment Act को लेकर राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला से टेन न्यूज ने की खास बातचीत

Abhishek Sharma / Baidyanath Halder

Greater Noida: पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य शिवप्रताप शुक्ला ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल पर जनता सरकार के साथ है लेकिन अपनी जमीन खिसकने से परेशान कांग्रेस लोगों को भड़का रही है। यह बिल संसद में पूरी बहस के बाद पारित हुआ है। इससे किसी भारतीय मुसलमान को कोई नुकसान नहीं है। यह बिल नागरिकता देने वाला है, नागरिकता लेने वाला नहीं।

राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला से टेन न्यूज़ ने नागरिक संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act.) को लेकर खास बातचीत की, जिसमें सांसद ने खुलकर अपने विचार रखे। पेश है उनसे बातचीत के मुख्य अंश

नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद देश भर में हुए उपद्रव को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मोर्चा सम्भाल लिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो विरोध हो रहा है वो एकाएक उपजा है। यह विरोध कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ‘यह काला दिन है’ वाले बयान के बाद शुरू हुआ। वे राजनीतिक दल ही विरोध कर रहे हैं जिन्हें जनता ने सत्ता से बेदखल कर दिया है। ऐसे ही दलों के नेताओं ने जगह-जगह बयान देकर यह स्थिति पैदा कर दी है।

उन्होंने कहा कि सत्ता आती है, जाती है, देश हमेशा रहता है इसलिए सबको देश के साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस बिल की बातों को लेकर जनता के बीच जा रही है। भाजपा के कार्यकर्ता लोगों के घर जाकर सीधा संवाद करेंगे और नागरिकता संशोधन कानून के प्रति उन्हें जागरूक करेंगे अभी तक समाज में अथवा ही शैली हैं।

उन्होंने कहा कि लोगों को इस कानून को समझने की जरूरत है। देश में रहने वाले किसी भी नागरिक को इससे डरने की जरुरत नही है। जनता सरकार के साथ है। सरकार, वर्षों से परेशान शरणार्थियों के लिए अच्छे दिन लाई है। यह किसी के लिए काला दिन कैसे हो सकता है। नागरिकता संशोधन बिल में मार्च 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हर शरणार्थी को नागरिकता देने का प्रावधान है।

उन्होंने कहा कि लोकसभा का दूसरा और राज्यसभा का 250वां सत्र सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है। इस दौरान लोस में 14 और रास में 15 बिल पारित हुए जिनमें नागरिकता संशोधन बिल-2019 और एनआरसी भी है। नागरिकता संशोधन बिल पर बहस के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने गांधी जी को भी उद्धृत किया जिसमें गांधी जी ने कहा था कि भारत-पाक समझौते के तहत एक-दूसरे देशों से जो भी शरणार्थी आएंगे उन्हें दोनों देश नागरिकता देंगे और सरकार उनका संरक्षण करेगी।

भारत ने किसी को बाहर नहीं किया। लेकिन यह भी सच है कि पाकिस्तान में शुरू से अब तक और बांग्लादेश में पूर्व के कुछ प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में हिन्दू अल्पसंख्यकों को परेशान किया गया। उसी का नतीजा है कि नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी देनी पड़ी। इसकी सभी ने सराहना की लेकिन कांग्रेस के सुर बदले हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनसंघ और भाजपा के एजेंडे में धारा 370 की समाप्ति और नागरिकता बिल में संशोधन हमेशा से रहा है।

सरकार 1947 से शिविरों में रह रहे लोगों को अनाथ नहीं छोड़ सकती। जामिया मिलिया में लाठीचार्ज के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि निर्दोष छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ है तो वह इसकी निंदा करते हैं लेकिन सवाल यह है कि तीन हजार विद्यार्थियों वाले जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में 30 हजार लोग कहां से आए। वहां किन परिस्थितियों में लाठीचार्ज हुआ इसकी जांच हो रही है।

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