चकबंदी घोटाले पर एडीएम सख्त।ग्रेटर नोएडा (सतेन्द्र सिंह)
दनकौर, जगनपुर सहित आधा दर्जन गांवों में कुछ साल पहले हुई चकबंदी के दौरान कागजातों में हेराफेरी कर की गई करोड़ों रुपये के राजस्व घोटाले की जांच को लेकर अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व ने असंतोष जाहिर किया है। ओर चकबंदी के अधिकारियों व कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई ओर जांच की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
बता दें कि कुछ साल पहले दनकौर, जगनपुर, रूस्तमपुर सहित आधा दर्जन गांवों में चकबंदी की गई थी। इस चकबंदी के दौरान भूमि की मालकियत को लेकर कागजों में हेराफेरी की गई थी। आरोप यह भी है कि ग्राम समाज की जमीन को भी किसानों को दे दिए गए। कई एकड़ भूमि का चक ऐसे स्थान पर लगा दिया गया, जहां पर अच्छा मुआवजा और कीमत थी। इसकी शिकायत की गई तो जांच शुरू हुई। जांच शुरू हुए भी लम्बा समय गुजर चुका है, मगर अभी तक कोई तथ्य सामने नहीं आ सका है। लिहाजा जांच प्रगति शून्य मानी जा रही है। इसकी जांच एडीएम वित्त व राजस्व भगवान सिंह के पास है। एडीएम ने बताया कि पांच माह पहले चकबंदी विभाग से जांच रिपोर्ट तलब की गई थी। जिसे तत्काल दिया जाना था, मगर अभी तक रिपोर्ट नहीं उपलब्ध कराई गई है। एडीएम ने बताया कि जांच में चकबंदी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, जिस पर फटकार लगाई गई है। एडीएम ने बताया कि चकबंदी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ गुरूवार की शाम को मिटिंग बुलाई गई है। जिसमे जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। एडीएम का कहना है कि चकबंदी घोटाले की वह जांच शीघ्र पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।