नोएडा : सड़क सुरक्षा सप्ताह का हुआ आगाज , बड़े स्तर पर कार्यशाला का किया गया आयोजन
ROHIT SHARMA
उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदेश भर में आज से 20 अक्टूबर 2019 के मध्य सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है । सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रथम दिन इंडस वैली स्कूल सेक्टर 62 के ऑडिटोरियम में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्धघाटन जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बीएन सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यशाला के आरंभ में जिलाधिकारी द्वारा सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से परिवहन विभाग द्वारा तैयार किए गए दो फ्लायर्स का विमोचन किया गया | जिनमें सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित व्यक्तियों को सरकारी सहायता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई है। इसके अतिरिक्त एक फ्लायर में सड़क पर लगाए जाने वाले यातायात चिन्हों और संकेतकों की विस्तृत जानकारी दी गई थी साथ ही साथ , सड़क पर चलते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए और किन आदतों और व्यवहारिक गलतियों से बचना चाहिए के बारे में सलाह दी गयी है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 27 मई’ 2019 को स्कूली वाहनों के संबंध में उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली 1998 में व्यापक संशोधन कर अपनाए गए नए प्रावधानों तथा नियमों को विस्तृत प्रचार प्रसार तथा सहज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पुस्तक के रूप में छपवा कर प्रस्तुत किया गया।
कार्यशाला के दौरान जिलाधिकारी बी एन सिंह द्वारा सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक होने के बारे में यह आगाह किया गया कि किसी भी विकासशील देश की दो प्रमुख समस्याएं ट्रैफिक तथा प्रदूषण होती हैं। अतः सड़क पर जान माल की सुरक्षा और पर्यावरण की शुचिता बनाए रखना हमारी महती जिम्मेवारी है ।
एसपी (ट्रैफिक) अनिल झा द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि सड़क दुर्घटना में प्रतिदिन लगभग एक बड़े जम्बो बोइंग विमान की यात्री क्षमता के बराबर लोगों की मृत्यु हो जाती है । इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए हमें पहले स्वयं को सुधारना होगा, सरकारी प्रवर्तन तंत्र से बाद में ही अपेक्षा करनी चाहिए कि वह हमें चालान कर सुधारने का कार्य करेगा।
डॉक्टर दोहरे द्वारा चिकित्सा विभाग की ओर से स्कूल के विद्यार्थियों की सहायता से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को प्राथमिक सहायता देने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। चीफ फायर अफसर अरुण कुमार सिंह द्वारा सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से वाहनों में अग्निशमन यंत्रों के प्रयोग पर चर्चा की गई |
परिवहन विभाग की ओर से हिमेश तिवारी ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद दिया तथा इस बात पर जोर दिया की सभी नागरिकों को अपने व्यवहारिक आचरण में संयम और अनुशासन लाने की आवश्यकता है। सड़क सुरक्षा विषय को सामाजिक आर्थिक दृष्टिकोण से भी पुनरीक्षण करने की आवश्यकता का उल्लेख करते हुए, उन्होंने बताया कि समाज का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है जिसकी चेतना का स्तर इतना विकसित नहीं है , कि वह सड़क सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता में रखें। ऐसे वर्ग को प्रवर्तन के साथ-साथ जागरूकता की महती आवश्यकता है।