मोदी सरकार का एक साल -खरी खरी बातें.

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मोदी सरकार ने अपना एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है .मीडिया मै एक माह तक लंबे विश्लेषण और सर्वे हो चुके हैं . अधिकांश लोग मोदी जी के एक साल के कार्य  से इस सीमा तक आश्वस्त हैं कि यह सरकार पूरी गंभीरता और जतन के साथ देश की समस्यों को सुलझाने में लगी है . पिछली  सरकार ने हर क्षेत्र में देश को बेहद खराब हालत मै छोड़ा है .पटरी पर वापस लाना और फिर गति देना  काफी दुष्कर  काम है , जबकि विरोधी ताकतें काफी मजबूत हों और लगातार अवरोध का काम कर रहीं हों.मेरे दृष्टिकोण से मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि  बिना भ्रष्टाचार और  scams  के  सरकार का संचालन करना रहा है .कोयले की पारदर्शी नीलामी  और भारी राजस्व  अर्जित  करना तथा spectrum  की नीलामी से इतना धन राजस्व कोष  में लाना कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है.हालांकि मीडिया ने सरकार की इमानदारी को एक सामान्य सचाई मान लिया है, पर जिस देश  में गत वर्षों में इतने बड़े बड़े घोटालें हु ए  हों और जहाँ के अधिकांश राजनेताओं  के लिए भरष्ट  धन कमाना सामान्य बात हो,उस देश में इमानदारी की सरकार चलाना आसान काम नहीं है.केंद्र सरकार में एक मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था कायम हुई है पान्तु मध्यम स्तर के अधिकारीयों के भ्रष्टाचार में कमी नहीं आयी है.देश की अर्थ वयवस्था को सुधारने के लगातार उपाय किए जा रहें है, परिणामतः वर्ष २०१४-१५ मैं देश कीGDP में 7.3% की वृधि अनुमानित है.According to the Indian Finance Ministry the annual growth rate of the Indian economy is projected to have increased to 7.3% in 2014-15 as compared with 6.9% in the fiscal year 2013-14. In an annual report, the IMF forecast that the Indian Economy would grow by 7.5% percent in the 2015-16 fiscal year starting on April 1, 2015, up from 7.2% (2014–15).[31][32] अनेक  अर्थशास्त्रियों का मत है कि यह वृद्धि पर्याप्त नहीं है.सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण विधेयक  पारित  कराने में कामयाबी हासिल की है पर, राज्यसभा मै बहुमत  ना होने के कारण GST तथा LAC को पारित कराने मेंकामयाबी नहीं मिलपाई है.भूमि अधिग्रहण कानून  पर मोदी सरकार ने अनावश्यक  विवाद  बढ़ाया है . इस विधेयक में संसोधन जल्दबाजी मै लाया गया है . इस मामले  में राज्य सरकारों  को भूमि उपलब्ध कराने के लिए विवश किया जा सकता था .कृषि क्षेत्र में सरकार का काम नगण्य है.सरकार ने जन धन योजना और कतिपय बीमा योजनाएं लागू की हैं  परन्तु इतना पय्याप्त नहीं है . सिचाई सुविधाओं में अभूतपूर्व वृधि की आवश्यकता है, यह कार्य  केंद्र सरकार को सीधे करना होगा .मोदी सरकार रक्षा और रेलवे में बड़े पैमाने पर सुधार और मजबूती  लाने के लिए जानी जायेगी. प्रधान मंत्री ने राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की शुरूआत बड़े जोर शोर की थी ,पर अब लगता नहीं है कि मोदी जी इस अभिशाप को कम कर पाएंगे.मोदीजी  के दृध्प्रतिग्य आलोचक भी विदेश नीति में उनके कार्य को OUTSTANDING श्रेणी का मानते हैं. देश में युवाओं के लिए रोज़गार सृजन के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया  MAKE IN INDIA, यदि कामयाब हो जाता है तो देश को महाशक्ति बनने से कोई रोक नहीं सकता है. सड़क.स्मार्ट सिटी और INFRASTRUCTURE   के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नये प्रयास किए जा रहे हैं,जिनके परिणामों को धरातल पर आगे आने वाले वर्षों में देखा जा सकेगा.स्वास्थय के क्षेत्र में कोईभी पहल देखने में नहीं आयी है.मोदी सरकार कीGDP बढ़ाने वाली छवि के अलावा आम  आदमी के करीब होने की छवि को बढ़ाने के लिए मेहनत करना होगा वरना सब कुछ करने के बाद भी वोटर खुश नहीं होगा.

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