दिल्ली हिंसा में कपिल मिश्रा और योगेंद्र यादव के नाम को लेकर चार्जशीट में एसआईटी का बड़ा खुलासा , पढ़े पूरी खबर
Rohit Sharma
नई दिल्ली :– दिल्ली हिंसा मामले में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और योगेंद्र यादव की भूमिका को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।
दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने अपनी चार्जशीट में यह खुलासा किया है. चार्जशीट हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के संबंध में तैयार की गई है. पुलिस के मुताबिक, चांद बाग इलाके में हिंसा कपिल मिश्रा का नाम लेकर की गई थी।
अफवाह फैलाई गई थी कि सीएए -एनआरसी विरोधी प्रदर्शन के पंडाल में कपिल मिश्रा के लोग आग लगा रहे हैं. लेकिन, जांच में सामने आया है कि दंगाइयों की भीड़ को जमा करने के लिए यह अफवाह फैलाई गई थी ।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान कई अहम गवाह सामने आए. इन गवाहों ने बताया कि चांद बाग में जिस दिन हिंसा हुई उस दिन खूब शोर किया जा रहा था. हो-हल्ला कर बताया जा रहा था कि कपिल मिश्रा के लोग पंडालों में आग लगा रहे हैं. गवाहों ने बताया कि यह शोर उन्होंने खुद सुना था, लेकिन किसी को भी पंडालों में आग लगाते हुए नहीं देखा था।
पुलिस की ओर से पेश चार्जशीट की मानें तो योगेंद्र यादव ने चांद बाग के एंटी सीएए प्रोटेस्ट में दंगों के पहले भाषण दिया था. लेकिन, चार्जशीट में योगेंद्र यादव को न तो आरोपी बनाया गया है और न ही उन्हें चार्जशीट के कॉलम 11 में शामिल किया गया है. बस उनके भाषण देने का ज़िक्र जरूर किया गया है ।