सामाजिक संगठनों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से मिल सौंपा ज्ञापन, उठाई शहर की मुख्य समस्याएं
Saurabh Kumar
आज ग्रेटर नॉएडा के तमाम सामाजिक संगठनों ने एकत्र होकर शहर में बढ़ रही अव्यवस्था और गन्दगी की समस्या को लेकर मुख्य कार्य पालक अधिकारी, ग्रेटर नॉएडा को एक ज्ञापन सौंपा और उनसे समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
ज्ञापन में सामाजिक संगठनों द्वारा विभिन्न मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। कल ही हुई एक घटना का ज़िक्र करते हुए बताया गया की कल घोड़ी बछेड़ा गांव के दो बच्चो की तालाब में डूबने से मौत हो गयी। सेक्टर म्यु स्थित इस तालाब में जो की कुछ समय पहले बिल्डर द्वारा प्राधिकरण को सरेंडर करा दिया गया था इसमें पहले भी एक बच्चा एवं दो सिक्योरिटी गार्ड एवं विभिन्न पशु डूब कर मर चुके हैं। अतः प्राधिकरण की ओर से इसे सुरक्षित किया जाये। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाई हो और पीड़ितों को मुआवज़ा मिले।
साथ ही संस्थाओं ने अवगत कराया की शहर में अतिक्रमण लगातार अपने पैर पसार रहा है जिस से यातायात व्यवस्था चरमरा रही है। साथ ही विश्व भारती स्कूल के निकट चौराहे पर एक गोलचकर की मांग काफी समय से लंबित पड़ी है उसका भी निस्तरण हो। शहर में जगह जगह पोल बिजली के बॉक्स और तार खुले पड़े है जिस की वजह से कई जानवरो की करेंट लगने से मौत हो जाती है और इसपर भी कार्यवाही की मांग की गई।
पिछले दिनों मजदूरों की मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा गया की अंडर कंस्ट्रक्शन साइटों पर सुरक्षा के उचित मानक ना होने के कारण मजदूरों की मौत हो जाती है।अतः सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कि जाए। साथ ही भूजल स्तर तेजी से निचे गिर रहा है उसे रोकने के लिए सेक्टरों में अवैध रूप से चल रहे पम्पों पे अंकुश लगाया जाये। ज्ञापन में कहा गया कि ग्रेटर नॉएडा अपनी हरियाली के लिए जाना जाता है पर लगातर शहर में हरियाली ख़त्म हो रही है पार्क बदहाल पड़े है जिसपर कार्यवाही की मांग की गईं।
सामाजिक संगठनों द्वारा ये सुझाव भी दिया गया की प्राधिकरण द्वारा एक पर्यावरण सेल का गठन किया जाये। ज्ञापन देते वक्त हरिंदर भाटी, रूपा गुप्ता, आलोक सिंह, साधना सिन्हा, सुभाष चन्देल समेत एक्टिव सिटीजन टीम , रोटरी क्लब , सोशल एक्शन फॉर फारेस्ट एंड इन्वोरमेंट , करप्शन फ़्री इंडिया , वरिष्ठ नागरिक समाज जैसे तमाम संगठनों और उनसे जुड़े लोग मौजूद रहे।