सीबीएससी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द होने पर दो गुट में बटे छात्र, फैसले से संतुष्ट ना होने पर दे सकते हैं परीक्षा, पढ़ें पूरी खबर

Ten News Network

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नई दिल्ली :- सीबीएसई बारहवीं बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद छात्र अब दो गुट में बटते हुए नजर आ रहे हैं। कुछ विद्यार्थियों में परीक्षा के रद्द होने से खुशी का माहौल है लेकिन कुछ छात्रों का कहना है कि उन्होंने परीक्षा के लिए जो मेहनत और लगन से तैयारियां की थी उस पर पानी फिर गया है। लेकिन यह फैसला आने के बाद अब अभिभावकों और विद्यार्थियों को परिणाम का इंतजार है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई के अधिकारी ने यह स्पष्ट किया है कि अभी मूल्यांकन मानदंड तैयार करने में समय लग सकता है।

छात्र नहीं है संतुष्ट, तो दे सकते है परीक्षा

विशेषज्ञों द्वारा माना जा रहा है कि सीबीएसई कक्षा दसवीं बोर्ड की तरह कक्षा बारहवीं के लिए भी ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार कर सकती है। अगर कोई विद्यार्थी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किए गए परिणाम से संतुष्ट नहीं है, तो उसे परीक्षा देने का एक अवसर दिया जा सकता है। स्थिति अनुकूल होने पर ही सीबीएसई द्वारा सभी विद्यार्थियों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जा सकता है।

आपको बता दें की कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षा का अंतिम परिणाम तैयार करने के लिए सीबीएसई द्वारा विद्यालयों को पांच सदस्यीय शिक्षकों की कमेटी तैयार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही मूल्यांकन के आधार पर परिणाम तैयार करने का फार्मूला भी सीबीएसई द्वारा जारी किया जा चुका है।

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